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प्रधानमंत्री मोदी शुक्रवार को अमरावती में राजधानी की रखेंगे आधारशिला

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अमरावती, 1 मई (Udaipur Kiran) । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को आंध्र प्रदेश के अमरावती में राजधानी के नवनिर्माण के लिए आधारशिला रखेंगे। इसको लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। लगातार सभी मामलों की जानकारी ले रहे मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू स्वयं प्रधानमंत्री के दौरे की तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटे हैं।

प्रधानमंत्री शुक्रवार को अमरावती में 49,400 करोड़ रुपये के कार्यों की आधारशिला रखेंगे। इसमें उच्च न्यायालय, सचिवालय, विधानसभा भवन, विधायकों, मंत्रियों, अखिल भारतीय सेवाओं के अधिकारियों और न्यायाधीशों के लिए आवासीय परिसरों का शिलान्यास शामिल है।

प्रधानमंत्री मोदी डीआरडीओ,, डीपीआईटी, नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया और रेलवे में 57,962 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे। एनटीआर जिले के तटवर्ती नागयालंका में 1500 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले मिसाइल परीक्षण रेंज का शिलान्यास भी किया जाएगा। प्रधानमंत्री के साथ मंच पर कुल 14 लोग बैठेंगे। मुख्य मंच पर मोदी के साथ राज्य के राज्यपाल, मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू, उप मुख्यमंत्री पवन कल्याण और केंद्रीय व राज्य के मंत्रियों के बैठने की व्यवस्था की गई है।

जनसभा के लिए राज्य परिवहन निगम बसें चलाई जाएगी और तीन अलग-अलग परिसर बनाए गए हैं लेकिन मंच सिर्फ एक ही है। आज सुबह एसपीजी ने विधानसभा परिसर को अपने कब्जे में ले लिया है। प्रधानमंत्री की सुरक्षा कारणों से मोदी हेलीपैड से मंच पर पहुंचेंगे और कार से लोगों का अभिवादन करेंगे। अमरावती के किसानों के लिए मंच के सामने एक विशेष गैलरी बनाई गई है। सभा मंडप में प्रधानमंत्री की प्रसंग और अन्य कार्यक्रमों को देखने के लिए एलसीडी स्क्रीन लगे हुए हैं कल सुबह 11 बजे से अलग-अलग जिलों से आने वाले लोगों को विधानसभा परिसर में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी।

यातायात की समस्या से बचने के लिए पहले से ही विकल्प सुझाए गए हैं। बारिश होने पर भी लोगों को असुविधा न हो, इसके लिए व्यवस्था की गई है। दूसरी ओर, सरकार प्रधानमंत्री की सभा में आने के लिए राजधानी की महिलाओं को विशेष रूप से आमंत्रित कर रही है। अमरावती राजधानी निर्माण संस्था (सीआरडीए) ने घर-घर जाकर महिलाओं को आमंत्रित किया है। प्रोटोकॉल के तहत सभी को निमंत्रण भेजा गया है। सरकार का अनुमान है कि इस कार्यक्रम में 5 लाख लोग आएंगे। पूर्व मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी को भी उनके पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के समेत इस कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया प्रधानमंत्री के मंच पर आते ही अमरावती रीस्टार्ट पिलोन समेत कई परियोजनाओं के काम का शुभारंभ होगा। अमरावती में पहले अक्षर ए के आकार का पिलोन बनाया जा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी 21 फीट ऊंचे और पूरी तरह से ग्रेनाइट पत्थर से बने इस पिलोन का अनावरण करेंगे। सरकार ने अनुमान लगाया है कि प्रधानमंत्री मोदी की रैली में लगभग 5 लाख लोग शामिल होंगे। राजधानी में आने वाले लोगों के लिए परिवहन सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। सरकार ने इसके लिए 8,000 बसों की व्यवस्था की है।

राजधानी के आसपास के 8 जिलों से बड़ी संख्या में लोगों के आने की उम्मीद है। इन 8 जिलों के लिए कुल 6,600 बसें आवंटित की गई हैं। शेष जिलों के 120 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए 1400 बसों की व्यवस्था की गई है। : सरकार ने हर बस के लिए एक सरकारी कर्मचारी को प्रभारी नियुक्त किया है। प्रभारियों को लोगों को विधानसभा तक पहुंचाने और वापस घर लाने की जिम्मेदारी दी गई है। हर मंडल में एक प्रभारी को व्यवस्थाओं की देखरेख की जिम्मेदारी दी गई है। बसें कल (शुक्रवार) दोपहर 12 बजे सदन में पहुंचेंगी। राजधानी जाने वाले लोगों को सरकार नाश्ता, दोपहर और रात का खाना उपलब्ध कराएगी। गर्मी को देखते हुए सदन में आने वाले लोगों को छाछ, ओआरएस और फल वितरित किए जाएंगे। भोजन आपूर्ति की जिम्मेदारी जिलों के नागरिक आपूर्ति विभाग के अधिकारियों को सौंपी गई है। सदन की ओर जाने वाले मार्गों पर स्वास्थ्य केंद्र बनाए गए हैं। सरकार ने सदन की दीर्घाओं में छह कर्मियों की एक मेडिकल टीम भी तैयार रखी है।

इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आंध्र प्रदेश के पुनर्गठन के बाद चंद्रबाबू के पहले शासनकाल में 2014 में सत्ता में आई तेलुगु देशम सरकार ने अमरावती को नए आंध्र प्रदेश की राजधानी घोषित किया था। 2015 में इसे अधिसूचित किया और इस संबंध में अंतरिम विधानसभा और सचिवालय का निर्माण पूरा किया। लेकिन तब वाईएस जगन मोहन रेड्डी के विचार अलग थे। बाद में 2019 में सत्ता में आई वाईएसआरसीपी ने विकेंद्रीकरण के नाम पर तीन राजधानियों को सामने ला दिया। अब, टीडीपी 2024 में सत्ता में वापस आ गई है और उसने फिर से अमरावती को आंध्र प्रदेश की एकमात्र राजधानी घोषित कर दिया है। वाईएसआरसीपी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में अमरावती में आयोजित शिलान्यास समारोह में भी हिस्सा नहीं लिया था और तत्कालीन सरकार के भूमि अधिग्रहण के फैसले का विरोध किया था। बाद में इसने आरोप लगाया कि राजधानी क्षेत्र में हजारों करोड़ रुपये का भूमि घोटाला हुआ है। इस कार्यक्रम में जगन मोहन रेड्डी को भी आमंत्रित किया गया है तथा राजधानी पर वाईएसआर कांग्रेस का रुख अभी भी अनिश्चित बना हुआ है।

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(Udaipur Kiran) / नागराज राव

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