– इंदौर जिले के 192 ग्रामों के 53 हजार 746 हितग्राही होंगे लाभांवित, मिलेंगे अधिकार अभिलेख
इंदौर, 26 दिसंबर (Udaipur Kiran) । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार, 27 दिसंबर को दोपहर 12:30 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से स्वामित्व संपत्ति कार्डों का एक ऐतिहासिक कार्यक्रम के माध्यम से ई-वितरण करेंगे, जो भारत में ग्रामीण सशक्तिकरण और सुशासन यात्रा में एक अहम चरण होगा। इस अभिनव कार्यक्रम के माध्यम से इंदौर जिले के 192 ग्रामों के 53 हजार 746 हितग्राही लाभांवित होंगे। इन्हें संपत्ति का अधिकार संबंधी कार्ड (अधिकार अभिलेख) मिलेंगे।
जनसम्पर्क अधिकारी महिपाल अजय ने गुरुवार को बताया कि इंदौर में जिले का मुख्य कार्यक्रम राजेन्द्र नगर क्षेत्र में स्थित लगा मंगेशकर सभागृह में आयोजित किया जा रहा है। कार्यक्रम में मध्य प्रदेश सहित 10 राज्यों छत्तीसगढ़, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, महाराष्ट्र, मिजोरम, ओडिशा, पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और दो केंद्र शासित प्रदेशों- जम्मू और कश्मीर और लद्दाख के लगभग 50 हजार गांवों में 58 लाख स्वामित्व संपत्ति कार्ड वितरित किए जाएंगे। यह कार्यक्रम स्वामित्व योजना के तहत दो करोड़ से अधिक संपत्ति कार्ड तैयार करने और वितरण करने और एक ही दिन में 58 लाख से अधिक संपत्ति कार्ड वितरित करने की एक बड़ी उपलब्धि को भी चिह्नित करेगा।
इस कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री चयनित लाभार्थियों से बातचीत करेंगे और राष्ट्रव्यापी संबोधन देंगे। इस अवसर पर केंद्रीय पंचायती राज मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, केंद्रीय पंचायती राज राज्य मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल और पंचायती राज मंत्रालय के सचिव विवेक भारद्वाज भी मौजूद रहेंगे। इस समारोह में कई मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री, वरिष्ठ अधिकारी, पंचायत प्रतिनिधि और हितधारक भी वर्चुअल रुप से सम्मिलित होंगे। संपत्ति कार्ड के क्षेत्रीय वितरण समारोह में देश भर में करीब 13 स्थानों पर केंद्रीय मंत्री भी सम्मिलित होंगे।
ड्रोन मैपिंग कवरेज के तहत गांवों में सर्वेक्षण पूर्ण हुआ। संपत्ति कार्ड तैयार कर वितरित किये जा रहे हैं। यह बेहतर सुशासन की दिशा में बड़ा कदम है। डिजिटल रूप से मान्य संपत्ति अभिलेखों ने स्थानीय सुशासन को मजबूत किया है और ग्राम पंचायत विकास योजनाओं (जीपीडीपी) को प्रोत्साहन दिया है। संपत्ति कार्डों के माध्यम से संस्थागत ऋण तक पहुंचने की प्रक्रिया आसान हो रही है, जिससे ग्रामीण सशक्त बन रहे हैं। यह महिला सशक्तिकरण का भी बड़ा उदाहरण है। संपत्ति के कानूनी स्वामित्व ने महिलाओं को बढ़ी हुई वित्तीय और सामाजिक सुरक्षा प्रदान की है। इससे विवाद समाधान में मदद मिलेगी। सटीक संपत्ति मानचित्रण से संपत्ति विवादों में काफी कमी होगी। स्वामित्व योजना ग्रामीण भारत के लिए एक परिवर्तनकारी योजना है।
प्रधानमंत्री मोदी द्वारा 24 अप्रैल 2020 (राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस पर) को शुरू की गई स्वामित्व योजना का उद्देश्य ड्रोन और जीआईएस तकनीक का उपयोग करके ग्रामीण आबादी क्षेत्रों में संपत्ति मालिकों को अधिकारों का रिकॉर्ड प्रदान करना है। कोविड-19 महामारी द्वारा उत्पन्न अभूतपूर्व चुनौतियों के बावजूद, प्रधानमंत्री ने 11 अक्टूबर 2020 को संपत्ति कार्ड के पहले सेट को वर्चुअली वितरित किया, जो इस परिवर्तनकारी पहल के लिए सरकार की दृढ़ प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता है। स्वामित्व योजना वित्तीय समावेशन, ग्रामीण स्थिरता और आर्थिक विकास लाने के लिए अंतर-विभागीय तालमेल को बढ़ावा देते हुए संपूर्ण-सरकारी दृष्टिकोण का उदाहरण है। इसने न केवल संपत्ति मालिकों को सशक्त बनाया है, बल्कि ग्रामीण भारत में बेहतर बुनियादी ढांचा नियोजन, वित्तीय स्थिरता और सतत विकास को भी सक्षम बनाया है।
इस योजना का लक्ष्य ग्रामीण क्षेत्र की आबादी का सर्वेक्षण तथा अधिकार अभिलेख तैयार किया जाकर संबंधित हितग्राही को उसके निवास स्थान का दस्तावेज प्रदान किया जाना है। ग्राम पंचायत हेतु सम्पत्ति रजिस्टर तैयार होने से ग्राम पंचायत की स्थाई आय की व्यवस्था होगी। प्रत्येक सम्पत्ति धारक को सम्पत्ति का प्रमाण पत्र एवं भूमि स्वामित्व प्राप्त होगा एवं सम्पत्ति का प्रमाण-पत्र प्राप्त होने से मकान पर बैंक से कर्जा लेना आसान होगा।
उक्त योजना में सर्वे कर केवल उन सम्पत्ति धारकों का अधिकार अभिलेख तैयार किया जाएगा, जो मध्य प्रदेश भू-राजस्व संहिता 1959 (यथा संशोधित 2018) के लागू होने की दिनांक 28 सितम्बर 2018 को आबादी भूमि पर अधिभोगी थे अथवा उन्हें इस दिनांक के पश्चात विधिपूर्वक आबादी भूमि में भू-खण्ड का आवंटन किया गया। स्वामित्व योजना के तहत 27 दिसम्बर को आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्रीजी द्वारा इंदौर जिले के 192 ग्रामों के 53 हजार 746 हितग्राहियो को अधिकार अभिलेख वितरित किया जाएगा। दोपहर 12 बजे से जिला स्तरीय कार्यक्रम के साथ ही ग्राम स्तर तक कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे।
(Udaipur Kiran) तोमर