नई दिल्ली, 10 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को लाओ रामायण का एक एपिसोड देखा। इसे फलक फलम या फ्रा लक फ्रा राम कहा जाता है। लुआंग प्रबांग के प्रतिष्ठित रॉयल थिएटर ने इसे प्रदर्शित किया गया।
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो साझा करते हुए लिखा विजयादशमी कुछ ही दिन दूर है और आज लाओ पीडीआर में मैंने लाओ रामायण का एक हिस्सा देखा, जिसमें प्रभु श्री राम की रावण पर विजय को दर्शाया गया है। यह देखकर खुशी हुई कि यहां के लोग रामायण से जुड़े हुए हैं। प्रभु श्री राम का आशीर्वाद हम पर हमेशा बना रहे!
लाओस में रामायण का आयोजन जारी है और यह महाकाव्य दोनों देशों के बीच साझा विरासत और सदियों पुरानी सभ्यता के संबंध को दर्शाता है। लाओस में सदियों से भारतीय संस्कृति और परंपरा के कई पहलुओं का पालन और संरक्षण किया जाता रहा है।
दोनों देश अपनी साझा विरासत को उजागर करने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण लाओस में वट फू मंदिर और संबंधित स्मारकों के जीर्णोद्धार में शामिल है।
इस अवसर पर गृह मंत्री, शिक्षा और खेल मंत्री, बैंक ऑफ लाओ पीडीआर के गवर्नर और वियनतियाने के मेयर सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
रामायण देखने से पहले, प्रधानमंत्री मोदी ने लाओ पीडीआर के केंद्रीय बौद्ध फैलोशिप संगठन के वरिष्ठ बौद्ध भिक्षुओं द्वारा आयोजित आशीर्वाद समारोह में भाग लिया, जिसका नेतृत्व वियनतियाने में सी साकेत मंदिर के पूजनीय मठाधीश महावेथ मसेनाई ने किया। साझा बौद्ध विरासत भारत और लाओस के बीच घनिष्ठ सभ्यतागत संबंधों का एक और पहलू है।
—————
(Udaipur Kiran) / सुशील कुमार