नई दिल्ली, 31 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुरुवार को परंपरा के तहत दीपावली के अवसर गुजरात में सीमा पर तैनात सैनिकों के बीच पहुंचे और उनका मनोबल बढ़ाया। उन्होंने सैनिकों को मिठाई खिलाई और संबोधित किया। उन्होंने कहा कि आज देश दुश्मन की बातों पर नहीं, सेना के संकल्पों पर भरोसा करता है और देश की नीतियाें का आधार भी सेना का संकल्प होता है।
प्रधानमंत्री आज गुजरात के कच्छ से लगी सीमा पर पहुंचे और सीमा सुरक्षा बलों के जवानों के साथ दीपावली की शुभकामनायें साझा की और उन्हें मिठाई खिलाई। ज्ञातव्य है कि हर वर्ष दीपावली के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सीमा क्षेत्र में तैनात जवानों से मिलते हैं।
इस अवसर पर जवानों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “आज देश की सरकार सीमा के एक इंच से भी समझौता नहीं करती है। आज जब हमें ये जिम्मेदारी मिली है तो हमारी नीतियां हमारी सेनाओं के संकल्पों के हिसाब से बनती हैं। हम दुश्मन की बातों पर नहीं, हमारी सेनाओं के संकल्पों पर भरोसा करते हैं।”
सेना के तीनों अंगों में बेहतर तालमेल को बढ़ावा देने के प्रयासों का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) का पद सृजित किया है। हमारी सरकार ने अब थल सेना, नौसेना और वायुसेना के बीच बेहतर तालमेल के लिए इंटीग्रेटेड थिएटर कमांड तैयार कर लिया है।
बॉर्डर टूरिज्म की संभावनाओं का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ एक और पहलू जुड़ा हुआ है, जिसकी अधिक चर्चा नहीं होती। इसमें कच्छ के पास अपार संभावनाएं हैं। इतनी समृद्ध विरासत, आकर्षण और आस्था के हमारे अद्भुत केंद्र प्रकृति की अद्भुत देन हैं। गुजरात में कच्छ और खंभात की खाड़ी के मैंग्रोव फॉरेस्ट बहुत महत्वपूर्ण हैं।
रक्षा निर्माण के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को वर्तमान में मिल रही प्राथमिकता का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आज भारत में अपनी सबमरीन बनाई जा रही हैं। आज हमारा तेजस फाइटर प्लेन वायु सेना की ताकत बन रहा है। पहले भारत की पहचान हथियार मंगाने वाले देश की थी। आज भारत दुनिया के कितने ही देशों को डिफेंस उपकरण निर्यात कर रहा है।
दीपावली की शुभकामनाएं देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि वे मां भारती की सेवा में तैनात देश के हर जवान को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं देते हैं। इन शुभकामनाओं में जवानों के प्रति 140 करोड़ देशवासियों का कृतज्ञ भाव और उनका आभार भी शामिल है।
उन्होंने कहा कि गुजरात के समुद्री तटों पर समुद्री जीवों व वनस्पतियों का पूरा इकोसिस्टम है। सरकार ने भी मैंग्रोव के जंगलों के विस्तार के लिए कई कदम उठाए हैं। हमारा राष्ट्र जीवंत चेतना है, जिसे हम मां भारती के रूप में पूजते हैं। हमारे जवानों के तप और त्याग के कारण ही आज देश सुरक्षित है, देशवासी सुरक्षित हैं। सुरक्षित राष्ट्र ही प्रगति कर सकता है। इसलिए आज जब हम विकसित भारत के लक्ष्य की ओर इतनी तेजी से बढ़ रहे हैं तो इसमें आप सब इस स्वप्न के रक्षक हैं।
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(Udaipur Kiran) / अनूप शर्मा