जयपुर, 5 नवंबर (Udaipur Kiran) । गलता पीठ की सेवा पूजा में लगे पुजारी और कर्मचारी चार महीने स वेतन नहीं मिलने पर प्रशासन के खिलाफ मंगलवार को धरने पर बैठ गए। पुजारियों का आरोप है कि कोर्ट की ओर से नियुक्त प्रशासक वेतन मांगने पर झूठे आश्वासन देकर मजाक और अपमान करते हैं। साथ ही उन्होंने अज्ञात व्यक्तियों की ओर से नकद का लालच देने का भी आरोप लगाया है।
मंदिर के पुजारी सत्य नारायण ने बताया कि गलता पीठ में साठ कर्मचारी नियुक्त है और कई सालों से इस पीठ के विभिन्न मंदिरों में सेवा पूजा करते आ रहे है। पिछले कुछ समय से न्यायालय के आदेश के बाद यहां का प्रबंधन जब से प्रशासन के पास गया है। उन्हे वेतन नहीं दिया गया। बार-बार नियुक्त प्रशासक से लिखित में प्रार्थना करने पर भी उनकी बात कोई नहीं सुन रहा है। बल्कि यहां नियुक्त सरकारी कर्मचारी उन्हे झूठे आश्वासन देकर मजाक कर अपमान कर रहे है। अज्ञात व्यक्तियों से नकद राशि दिला कर हमें प्रभावित कर रहे है। पिछले चार महीने से उनके परिवार के आवश्यक खर्च भी अनुदान लेकर चला रहे है। चार महीने में रक्षाबंधन,जन्माष्टमी, गणेश चतुर्थी, श्राद्ध पक्ष, नवरात्रि, दशहरा, धनतेरस, दीपावली, गोवर्धन, भाई दूज इत्यादि त्योहारों पर वेतन के अभाव में परिवार के साथ खुशी से पर्व नहीं मना पाए।
पुजारियों ने बताया कि आज से एक महीने पहले भी उन्होंने उपवास करके सरकार तक वेदना पहुंचाई थी। उसकी प्रतिक्रिया में उच्च अधिकारियों ने भी उन्हे शीघ्र वेतन देने का आश्वासन दिया था,उस पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। वहीं इस विषय पर हमने देवस्थान विभाग के सहायक कमिश्नर महेंद्र देवतवाल से संपर्क करने की कोशिश की। लेकिन उनका फोन बंद आया। गलता मंदिर में लगे देवस्थान विभाग के कर्मचारी इस विषय पर बात करने से बचते नजर आए।
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(Udaipur Kiran)