







-राष्ट्रपति धोलावीरा की प्राचीन नगर संरचना, सभ्यता और जल संरक्षण से हुईं प्रभावित
भुज/अहमदाबाद, 01 मार्च (Udaipur Kiran) । राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने आज कच्छ जिले के दौरे के दौरान खादिर बेट स्थित पांच हजार साल पुरानी सभ्यता धोलावीरा का दौरा किया। राष्ट्रपति ने यहां यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल का भ्रमण किया और प्राचीन मानव सभ्यता के चरणबद्ध विकास के साथ-साथ उत्कृष्ट नगरीय नियोजन के बारे में गहन जानकारी प्राप्त की।
राष्ट्रपति मुर्मु को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के महानिदेशक यदुवीर सिंह रावत ने प्राचीन मानव सभ्यता और विश्व धरोहर स्थल धोलावीरा के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
यात्रा के दौरान राष्ट्रपति को हड़प्पा सभ्यता, निवास, महानगर में अद्भुत जल भंडारण एवं निपटान प्रणाली तथा विशाल दीवारों के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त हुई। इस अवसर पर वे प्राचीन मनका बनाने वाले कारखाने, सुव्यवस्थित सीढ़ीदार नहर, ऊपरी नगर, मध्य नगर तथा निचला नगर आदि को देखकर अभिभूत हुईं।
भारतीय पुरातत्व मंत्रालय द्वारा धोलावीरा स्थल की खुदाई के दौरान मिली विभिन्न कलाकृतियाँ, मिट्टी के बर्तनों के अवशेष, विभिन्न तांबे की वस्तुएं, तौल उपकरण और पत्थर के आभूषण राष्ट्रपति के समक्ष प्रदर्शित किए गए। यात्रा के अंत में राष्ट्रपति ने धोलावीरा विश्व धरोहर स्थल के परिसर में पौधरोपण भी किया।
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(Udaipur Kiran) / हर्ष शाह
