जम्मू, 14 नवंबर (Udaipur Kiran) । संयुक्त वार्षिक प्रशिक्षण शिविर (सीएटीसी) जे10 ने कैडेटों को सुरक्षित और समृद्ध भविष्य के लिए कौशल के साथ सशक्त बनाने के उद्देश्य से सत्रों की एक शक्तिशाली श्रृंखला प्रदान की। भारतीय स्टेट बैंक के विशेषज्ञों ने वित्तीय साक्षरता पर सत्र प्रदान किया जिसमें वित्तीय धोखाधड़ी को रोकने और सुरक्षित ऑनलाइन आदतों को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित किया गया। पहचान की चोरी, फ़िशिंग और डिजिटल लेनदेन की सुरक्षा पर अंतर्दृष्टि के साथ कैडेटों ने अपने वित्त की सुरक्षा के लिए आवश्यक रणनीतियाँ सीखीं।
व्यावहारिक सुरक्षा युक्तियों के साथ एसबीआई प्रतिनिधियों ने कैडेटों को छात्र-केंद्रित बैंकिंग योजनाओं से परिचित कराया जिसमें कम ब्याज वाले ऋण और स्मार्ट मनी मैनेजमेंट के लिए डिजिटल टूल शामिल हैं। उनके प्रयासों ने आज की अर्थव्यवस्था में वित्तीय जागरूकता के महत्व को रेखांकित किया। दिन के मूल्यवान मार्गदर्शन में जम्मू विश्वविद्यालय की डॉ. ईशा शर्मा ने कैडेटों को कौशल विकास और आधुनिक शिक्षा पर एक प्रेरक वार्ता के साथ जोड़ा। उन्होंने छात्रों को वैश्विक चुनौतियों के लिए तैयार करने में संचार, नेतृत्व और तकनीकी प्रशिक्षण के महत्व पर जोर दिया और उनसे स्थानीय मुद्दों से सक्रिय रूप से निपटने और कौशल निर्माण के अवसरों का लाभ उठाने का आग्रह किया।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा