
जम्मू, 16 मई (Udaipur Kiran) । भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव धीरे-धीरे सामान्य हो रहा है और सीमा पर गोलाबारी बंद हो गई है ऐसे में जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने इस साल 3 जुलाई से शुरू होकर 9 अगस्त तक चलने वाली श्री अमरनाथ यात्रा के लिए तीर्थयात्रियों के स्वागत की तैयारी शुरू कर दी है।
देश भर से 3.5 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने यात्रा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण कराया है। हालांकि 2000 तीर्थयात्रियों को समायोजित करने की क्षमता वाले यात्री निवास का कायाकल्प किया जाएगा और जून के मध्य तक यात्रियों के लिए तैयार हो जाएगा।
अधिकारियों ने कहा कि सीमा पर स्थिति शांतिपूर्ण है और सामान्य स्थिति बहाल हो गई है। उन्होंने कहा कि बहुत जल्द ही भगवती नगर स्थित यात्री निवास में मरम्मत का काम शुरू हो जाएगा और 20 जून तक यह सुविधा पर्यटन विभाग को सौंप दी जाएगी। उन्होंने कहा कि जम्मू यात्री निवास से तीर्थयात्रियों का पहला जत्था 2 जुलाई को पहलगाम और बालटाल मार्ग से श्री अमरनाथ के लिए रवाना होगा। उन्होंने आगे बताया कि 14 अप्रैल से अब तक देशभर से साढ़े तीन लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने यात्रा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण कराया है। उन्होंने बताया कि श्रद्धालुओं में काफी उत्साह है और तमाम चुनौतियों के बावजूद वे यात्रा के दौरान अमरनाथ गुफा में जाने के लिए तैयार हैं। संभागीय और जिला स्तर पर प्रशासन ने संबंधित अधिकारियों को यात्रा की तैयारियों में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।
अधिकारियों ने बताया कि श्रद्धालुओं को लखनपुर (जम्मू-कश्मीर-पंजाब सीमा) में प्रवेश द्वार से लेकर श्री अमरनाथ की पवित्र गुफा तक उनकी यात्रा को सुविधाजनक बनाने के लिए सभी सुविधाएं मिलेंगी। उन्होंने बताया कि यात्री निवास के कायाकल्प का काम जम्मू-कश्मीर लोक निर्माण विभाग को आवंटित किया गया है और जल्द ही मरम्मत का काम शुरू हो जाएगा क्योंकि इस आवास का इस्तेमाल भारत-पाक तनाव के बाद ड्यूटी पर तैनात अतिरिक्त सुरक्षाकर्मियों के ठहरने के लिए किया जा रहा था।
जम्मू के पर्यटन निदेशक विकास गुप्ता ने शुक्रवार को यात्री निवास का व्यापक निरीक्षण किया और तीर्थयात्रियों की सुगम सुविधा के लिए तैयारियों और बुनियादी ढांचे की व्यवस्था का आकलन किया। उनके साथ जम्मू के संयुक्त निदेशक पर्यटन एजाज कैसर भी थे। निदेशक ने आवास, स्वच्छता, निर्बाध बिजली आपूर्ति, पेयजल उपलब्धता, स्वच्छता मानकों और परिसर के समग्र प्रबंधन सहित प्रमुख सुविधाओं की समीक्षा की। यात्रा का उद्देश्य विभागों के बीच निर्बाध समन्वय सुनिश्चित करना और यात्रा से पहले सभी आवश्यक कार्यों को समय पर पूरा करना था। उन्होंने यात्रियों के लिए सुरक्षित, आरामदायक और अच्छी तरह से प्रबंधित वातावरण सुनिश्चित करने के लिए गुणवत्ता, स्वच्छता और समन्वय के उच्च मानकों को बनाए रखने के महत्व पर जोर दिया।
निदेशक ने श्री अमरनाथ यात्रा के सुचारू और सफल संचालन के लिए सभी संबंधित विभागों के साथ निकट समन्वय में सभी आवश्यक बुनियादी ढांचे, सेवाओं और रसद को पहले से ही सुनिश्चित करने के लिए पर्यटन विभाग की प्रतिबद्धता दोहराई।
इस बीच अधिकारियों ने कहा कि बुनियादी ढांचे की व्यवस्था और सुविधाओं के अलावा यात्री निवास में आने वाले तीर्थयात्रियों के स्वास्थ्य का भी ध्यान रखा जाएगा जिसके लिए जम्मू और कश्मीर स्वास्थ्य विभाग की एक टीम रोस्टर के आधार पर चौबीसों घंटे तैनात रहेगी। इस बीच उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के बाहर से आने वाले तीर्थयात्री विभिन्न दूरसंचार सेवा प्रदाताओं के पोस्टपेड नंबरों की सुविधा का भी लाभ उठा सकते हैं।
गौरतलब है कि देश के बाकी हिस्सों से आने वाले प्रीपेड सिम कार्ड जम्मू-कश्मीर में काम नहीं करते हैं। उन्होंने कहा कि हर साल की तरह इस बार भी दूरसंचार ऑपरेटरों से यात्रा के लिए प्रीपेड सिम कार्ड सेवा उपलब्ध होगी। श्रद्धालुओं को पंजीकरण, जम्मू के दर्शनीय स्थलों की यात्रा जैसी सभी सुविधाएं एक ही छत के नीचे मिलेंगी।अधिकारी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर सड़क परिवहन निगम द्वारा यात्री निवास में दो काउंटर भी स्थापित किए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि यात्री निवास में करीब 120 मोबाइल शौचालय भी लगाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि दो मंजिला यात्री निवास में 2000 तीर्थयात्रियों के ठहरने की क्षमता है और इसके अलावा भारी भीड़ की स्थिति में करीब 200 तीर्थयात्रियों के ठहरने के लिए प्रांगण में एक प्रीफैब्रिकेटेड शेड भी बनाया गया है। उन्होंने कहा कि अन्य व्यवस्थाओं के साथ-साथ तीर्थयात्रियों के लिए यात्री निवास में चौबीसों घंटे पानी और बिजली की आपूर्ति उपलब्ध कराई जाएगी। हालांकि उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए बेस कैंप और उसके आसपास कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की जाएगी।
(Udaipur Kiran) / बलवान सिंह
