

मीरजापुर, 27 दिसंबर (Udaipur Kiran) । महाकुंभ 2025 के दृष्टिगत श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए शुक्रवार को मां विंध्यवासिनी धाम, विंध्याचल में एक मॉक अभ्यास का आयोजन किया गया। यह अभ्यास जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन के निर्देशन और अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) शिव प्रताप शुक्ल के मार्गदर्शन में किया गया।
मॉक अभ्यास का आयोजन उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के निर्देशानुसार जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा किया गया। अभ्यास के दौरान तीन संभावित आपदाओं—डूबना, अग्निकांड और भगदड़ के दौरान राहत एवं बचाव कार्यों का प्रदर्शन किया गया। इस दौरान विभिन्न विभागों ने अपनी तैयारियों और क्षमताओं का प्रदर्शन किया। इस आयोजन का उद्देश्य महाकुंभ 2025 के दौरान संभावित आपदाओं से निपटने के लिए प्रशासनिक और विभागीय तैयारियों का मूल्यांकन करना था।
इस दौरान सिटी मजिस्ट्रेट लाल बहादुर, क्षेत्राधिकारी विवेक जावला, फायर सेफ्टी ऑफिसर अनिल प्रताप सरोज, एसडीआरएफ टीम प्रभारी अनुपम कुमार, चिकित्सा विभाग, विद्युत विभाग, राज्य निर्माण निगम, और अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
प्रमुख अभ्यास परिदृश्य: डूबने की घटना
पक्का घाट विंध्याचल पर यह दिखाया गया कि कुछ लोग नदी में नहाने के दौरान डूब रहे हैं। उन्हें राज्य आपदा मोचक बल (एसडीआरएफ) की टीम ने सफलतापूर्वक बचाया। मंदिर परिसर में दिए जलाने के स्थान पर आग लगने और भगदड़ की स्थिति का अभ्यास किया गया।
(Udaipur Kiran) / गिरजा शंकर मिश्रा
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