शिमला, 25 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । हिमाचल प्रदेश राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय (एचपीएनएलयू) शिमला की सांस्कृतिक समिति ने 23 अक्टूबर की पूर्व संध्या पर एक जीवंत प्री-दिवाली समारोह का आयोजन किया। यह कार्यक्रम विश्वविद्यालय समुदाय के लिए एक खुशी का अवसर था, जिसमें कुलपति प्रो. (डॉ.) प्रीति सक्सेना, रजिस्ट्रार प्रो. (डॉ.) एस.एस. जसवाल, और सांस्कृतिक समिति की संकाय अध्यक्ष डॉ. रुचि सपहिया सहित संकाय और छात्रों की उपस्थिति ने उत्सव के माहौल को और भी बढ़ा दिया।
कार्यक्रम की शुरुआत एक रंगोली प्रतियोगिता से हुई जिसमें छात्रों ने दिवाली के सार को दर्शाने वाले जटिल और रंगीन डिजाइनों के माध्यम से अपनी रचनात्मकता का प्रदर्शन किया।
शाम को मुख्य कार्यक्रम कुलपति के औपचारिक स्वागत और दीप प्रज्ज्वलन समारोह के साथ शुरू हुआ, जिसने रंगोली को शुभता दी। प्रो. सक्सेना ने अपने स्वागत भाषण में सांस्कृतिक समारोहों के महत्व पर जोर दिया, जो परिसर के जीवन को समृद्ध बनाने और छात्रों और शिक्षकों के बीच एकता को बढ़ावा देते हैं।
इस शाम में भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करने वाले विभिन्न प्रदर्शनों की एक श्रृंखला प्रस्तुत की गई। छात्रों ने पारंपरिक नृत्य प्रदर्शनों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया, जिसमें घूमर, भांगड़ा और पहाड़ी नृत्य शामिल थे। ऑर्केस्ट्रा ने भी इस उत्सव में मधुरता का एक विशेष स्पर्श जोड़ा।
कार्यक्रम का एक मुख्य आकर्षण एक सुंदर मंचित नाटक था, जिसमें दिवाली की कहानी को नाटक, नृत्य और संगीत के माध्यम से जीवंत किया गया। यह नाटक दर्शकों को गुंजायमान करने में सफल रहा और सांस्कृतिक महत्व को उजागर किया।
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(Udaipur Kiran) शुक्ला