

-गन्नौर की मस्जिदों में देशभक्ति का संदेश
-तिरंगा लेकर हिन्दुस्तान जिंदाबाद
के नारे लगाएं
सोनीपत, 9 मई (Udaipur Kiran) । गन्नौर
स्थित ईदगाह मस्जिद के मौलाना मोहम्मद इमरान ने कहा कि इस्लाम हमें वतन से वफादारी
का पैगाम देता है। हमारे दिलों में हिंदुस्तान बसता है। हमारे लिए सबसे पहले हमारा
देश है, फिर हमारा धर्म। यही इस्लाम की सच्ची शिक्षा और असली देशभक्ति है।
वे शुक्रवार को मदरसा
शमसुल उलूम गन्नौर में जुमे की नमाज के बाद उपस्थित लोगों को संदेश दे रहे थे। मदरसा शमसुल
उलूम के मोहतमिम मौलाना अरसद नदवी ने कहा कि हमने दुआ की कि हमारा वतन हमेशा सुरक्षित
और खुशहाल रहे।
हम सरकार और सेना के साथ खड़े हैं। पहलगाम आतंकी हमले में शहीद हुए
वीर नागरिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। उन्होंने कहा कि भारत की नारी शक्ति जैसे
विंग कमांडर व्योमिका सिंह और कर्नल सोफिया कुरैशी पर हमें गर्व है, जिन्होंने पराक्रम,
शौर्य और कौशल का परिचय दिया।जमाअत
इस्लामी हिन्द, उत्तर हरियाणा के प्रभारी अली मोहम्मद फलाही ने बताया कि उनका परिवार
चार पीढ़ियों से भारतीय सेना की सेवा में है। हमारी सेना ने कायराना आंतकी हमले का
करारा जवाब दिया है। जुम्मे की नमाज़ में देश की सुरक्षा और शांति के लिए दुआ की गई।
हम सब अपने वतन के साथ मजबूती से खड़े हैं।
गन्नौर
की जामा मस्जिद के इमाम मौलाना इमरान ने कहा कि हमें विघटनकारी ताकतों से ऊपर उठकर
इस्लाम की अमनपसंद तालीमों का परचम लहराना है। मुस्लिम समाज गन्नौर के युवा प्रधान
यासीन ने कहा कि इस्लाम अमन और देशभक्ति की मिसाल है। शमसुल उलूम गन्नौर के हेडमास्टर
बिलाल कसाना ने कहा कि वतन की हिफाजत हर मुसलमान की पहली जिम्मेदारी है। इस्लाम आतंक
नहीं, बल्कि मोहब्बत, भाईचारा और इंसानियत को बढ़ावा देता है। जामा मस्जिद गन्नौर के
अध्यक्ष डॉ. जावेद ने नम आँखों से कहा कि हमने खुदा से दुआ की कि यह कायनात शांति,
समृद्धि और सौहार्द से भरी रहे ताकि इंसानियत जिंदा रहे। सरकार के फैसले का समर्थन
और सराहना करते हैं।
मस्जिद
गन्नौर के इमाम हाफिज इनामुल हसन ने भारत-पाक तनाव के संदर्भ में कहा कि इस समय हमें
नफरत को हराकर मोहब्बत और अमन का रास्ता अपनाएं। धर्म और जाति से ऊपर उठकर एक भारतीय
होकर जीने की आवश्यकता है। इस अवसर पर शौकीन जाहिद, यासीन मिस्त्री, शौकीन ठेकेदार
और मुस्लिम समाज के अन्य प्रतिनिधि सदस्य भी उपस्थित रहे। तिरंगा लेकर हिन्दुस्तान
जिंदाबाद के नारे लगाएं।
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(Udaipur Kiran) शर्मा परवाना
