CRIME

प्रयागराज: लाखों की ठगी करने वाले दो अन्तर्राज्यीय साइबर ठग गिरफ्तार

प्रयागराज में गिरफ्तार साइबर ठगों का छाया चित्र

प्रयागराज, 12 मई (Udaipur Kiran) । साइबर क्राइम थाना प्रयागराज की टीम ने साेमवार काे डिजिटल अरेस्ट कर 28 लाख से अधिक की ठगी करने वाले दो अन्तर्राज्यीय साइबर ठगों को गिरफ्तार किया। पुलिस टीम ने साइबर ठगों के कब्जे से 4 एप्पल एन्ड्रायड मोबाइल फोन, एक चेक बुक, 6 एटीएम कार्ड और 5 सिमकार्ड बरामद किया है। दोनों के खिलाफ विधिक कार्रवाई करते हुए जेल भेज दिया।

पुलिस उपायुक्त गंगानगर एवं साइबर के नोडल अधिकारी कुलदीप सिंह गुनातवत ने बताया कि हरियाणा के चरखी दादरी जनपद के दादरी सदर थाना क्षेत्र के खेरी बूरा गांव​ निवासी आकाश सॉंगवान पुत्र नरेश कुमार और हरियाणा के विभानी जनपद के सिवानी थाना क्षेत्र के मातानी के वार्ड नम्बर दो के निवासी पवन कुमार कासवॉं पुत्र महेन्द्र सिंह को गिरफ्तार किया गया है। दोनों के खिलाफ प्रयागराज साइबर थाने में धारा-351(3) /319(2)/ 318(4)/308(2)/111(2)(बी) भा.न्या.सं. व 66(सी)/66(डी) आई.टी. एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। पकड़े आरोपितों ने डिजिटल अरेस्ट कर 2862000 रूपये की ठगी की गई थी।

उन्होंने बताया कि पीड़ित को Fedex International Courrier द्वारा संपर्क कर सूचित किया जाता है कि उसके नाम की आई.डी. से 70 टेरेरिस्ट अपना काम कर रहे है। जिसमे से एक पार्सल जो कि मुम्बई से ईरान जा रहा था जिसमें ड्रग्स पाया गया है । आपकी आई.डी. के कारण आप बुरी तरह फँस गये है और क्राइम ब्रांच के अधिकारी आपसे इस संबंध मे बात करेगें, ऐसा कहते हुये वह व्यक्ति वादी को स्काइप प्लेटफार्म के माध्यम से 4 फेक क्राइम ब्रांच अधिकारी बनकर वादी को गिरफ्तारी का डर दिखाते हुए धमकाकर वादी से दिये खातो में 28,62,000 रूपये ट्रान्सफर कराया गया। इस संबंध में वादी से तहरीर लेकर मुकदमा दर्ज किया गया और मामले की जांच की जा रही थी।

गिरफ्तार किये गये अभियुक्तों से पूछताछ में यह तथ्य प्रकाश में आया कि ये लोग टेलीग्राम के माध्यम से साउथ एशियन देशों (फिलीपीन्स, लाओस, मलेशिया, कम्बोडिया, वियतनाम, चीन, थाइलैण्ड आदि) में बैठे साईबर ठगों से जुड़े हुये है । ये भारत के विभिन्न राज्यों के लोगों को पैसें कमाने का लालच देकर उनसे उनके करेन्ट एवं सेविंग एकाउन्ट्स खुलवाकर उन्हें अपने पास बुलवातें है । एकाउन्ट संबंधी दस्तावेज (चेकबुक, ए.टी.एम., इण्टरनेट बैंकिग पासवर्ड आदि) लेकर ओ.टी.पी. फारवर्डर ऐप के माध्यम से एकाउन्ट्स का एक्सेस साउथ एशियन देश मे बैठे साईबर ठगों को दे देते है । जिसके बाद वो लोग विभिन्न प्रकार की साइबर ठगी (इनवेस्टमेन्ट स्कैम, ऑनलाइन गेमिंग स्कैम, डिजिटल अरेस्ट आदि) में खाते का प्रयोग करके, उन खातों मे ट्रान्जेक्शन कराते है । इसके बाद यू.एस.डी.टी. (क्रिप्टो करेन्सी) के माध्यम से भारत मे बैठे एजेन्टों को उनका कमीशन दे देते है।

साइबर अपराध के प्रति जागरूकता ही बचाव

डीसीपी गंगानगर ने लोगों से अपील किया है कि साइबर अपराध के प्रति जागरुगता ही बचाव है । साइबर अपराध के शिकार होने पर तत्काल 1930 पर आनलाइन शिकायत करे अथवा www.cybercrime.gov.in पर शिकायत पंजीकत करें या अपने नजदीकी थाने की साइबर हेल्प डेस्क पर पहुँच कर लिखित शिकायत करें । सतर्क रहे, जागरुक रहे ।

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(Udaipur Kiran) / रामबहादुर पाल

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