कानपुर, 14 दिसंबर (Udaipur Kiran) । महाकुंभ में सहयोग की अपेक्षा लेकर कानपुर में गंगा बैराज स्थित एक कार्यक्रम में अंतर्राष्ट्रीय हिंदू परिषद के अध्यक्ष डॉक्टर प्रवीण तोगड़िया पहुंचे। जहां पर उन्होंने प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ कार्यक्रम को लेकर सभी को आमंत्रित किया। उन्होंने कहा कि, इस महापर्व पर देश भर के सभी हिंदुओं का स्वागत करने के लिए हम तैयार हैं। बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को लेकर कहा कि अब वह समय आ गया है कि हम हिंदुओं को एकजुट होना पड़ेगा, क्योंकि लगातार हिंदुओं की संख्या लगातार घट रही है। जो घट गया वह मिट गया। ऐसे में हमें घटना नहीं है, तो तीन बच्चे पैदा करने की आवश्यकता है।
महाकुंभ की तैयारी की जानकारी देते हुए कहा कि अंतर्राष्ट्रीय हिंदू परिषद पूरी तरह से महाकुंभ में आने वाले हिंदुओं के स्वागत के लिए तैयार है। महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए खाने पीने से लेकर ठहरने तक की विशेष व्यवस्था की गई है। जिसके अंतर्गत पांच हजार सेवक निष्पक्ष भाव से सेवा करेंगे। इन व्यवस्थाओं का जायजा खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समय—समय पर ले रहे हैं। 24 व 25 जनवरी को प्रयागराज की धरती पर अंतर्राष्ट्रीय हिंदू सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है, जिसके अंतर्गत देश के तमाम हिंदुओं को एकजुट करने कार्य प्रयास है, जिसमें सभी लोग आमंत्रित है।
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ कहा कि झगड़ा किसी से भी हो उसकी सजा हिंदुओं को ही भुगतना पड़ता है। जिस समय पाकिस्तान को भारत से अलग किया गया था उस समय बांग्लादेश में 28 प्रतिशत हिंदू रहता था, लेकिन लगातार हो रहे अत्याचारों की वजह से अब यह संख्या घटकर आठ प्रतिशत ही रह गई है। ऐसे में हमारी सरकार को चाहिए कि बांग्लादेश के खिलाफ मोर्चा खोलने का समय आ गया है, नहीं तो वह दिन दूर नहीं है जब बांग्लादेश जैसी स्थिति भारत में भी हो सकती है।
साथ ही उन्होंने हिंदुओं को एकजुट होने का संदेश देते हुए कहा कि हम करीब एक करोड़ हिंदू हैं। अपने हिंदू धर्म की रक्षा करने के लिए लगातार अंतर्राष्ट्रीय विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल कार्यरत है। जिसके अंतर्गत सभी हिंदुओं को प्रत्येक शनिवार के दिन हनुमान चालीसा का पाठ करने के साथ-साथ मंदिर जाकर भगवान की पूजा करना, गाय को खिलाना साथ ही कोई भी हिन्दू गरीब शिक्षा रोजगार और स्वास्थ्य संबंधी सेवाओं से वंचित न रहे इसका भी विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।
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(Udaipur Kiran) / अजय सिंह