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
कोकराझार (असम), 28 अगस्त (Udaipur Kiran) । बोड़ोलैंड टेरीटोरियल काउंसिल(बीटीसी) के मुख्य कार्यकारी पार्षद प्रमोद बोडो ने कोकराझार जिले में लोक स्वास्थ्य अभियांत्रिकी (पीएचई) विभाग की गतिविधियों की व्यापक समीक्षा की, जिसमें जल जीवन मिशन (जेजेएम) और स्वच्छ भारत मिशन- ग्रामीण (एसबीएम-जी) के कार्यान्वयन पर ध्यान केंद्रित किया गया। समीक्षा बैठक आज कोकराझार स्थित बीटीसी सचिवालय में हुई। इस बैठक में पीएचई के बीटीसी कार्यकारी पार्षद डॉ. निलुत स्वर्गियारी और विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
समीक्षा के दौरान प्रमोद बोडो ने प्रत्येक नागरिक को स्वच्छ और पीने योग्य जल उपलब्ध कराने और स्वच्छ जीवन स्थितियों को सुनिश्चित करने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि बीटीसी सरकार इन आवश्यक योजनाओं को समय पर लागू करने के लिए प्रतिबद्ध है, ताकि समुदाय की तात्कालिक जरूरतों को पूरा किया जा सके।
उन्होंने कहा, हमारी सरकार कोकराझार के प्रत्येक नागरिक को स्वच्छ पेयजल और स्वच्छ जीवन परिस्थितियां सुनिश्चित करने के लिए निरंतर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन और स्वच्छ भारत मिशन- ग्रामीण का प्रभावी क्रियान्वयन समाज के समग्र कल्याण के लिए महत्वपूर्ण है।
उन्होंने आगे कहा कि जन-समर्थक सरकार की इन महत्वपूर्ण सेवाओं को देने में महत्वपूर्ण भूमिका होती है। बीटीसी के मुख्य कार्यकारी पार्षद ने कार्यकारी पार्षद डॉ. निलुत स्वर्गियारी से अनुरोध किया कि वे बीटीआर के भीतर गतिविधियों की नियमित निगरानी सुनिश्चित करें ताकि, प्रगति बनाए रखी जा सके और किसी भी मुद्दे को समय पर हल किया जा सके।
इस अवसर पर बोलते हुए डॉ. स्वर्गियारी ने इन मिशनों के कार्यान्वयन में बेहतर समन्वय और दक्षता की आवश्यकता पर जोर दिया, और सभी हितधारकों से आग्रह किया कि वे समुदाय की जरूरतों को प्राथमिकता दें और यह सुनिश्चित करें कि संसाधनों का प्रभावी ढंग से उपयोग हो।
(Udaipur Kiran) / किशोर मिश्रा
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