चिरांग (असम), 04 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । निवासियों के लिए भूमि की उपलब्धता और सुरक्षा बढ़ाने के उद्देश्य से बोडोलैंड टेरिटोरियल काउंसिल (बीटीसी) के सीईएम प्रमोद बोडो ने आज चिरांग जिले के बिजनी, सिदली और बेंगतोल राजस्व क्षेत्रों के 1,886 पात्र लाभार्थियों को भूमि पट्टों के वितरण समारोह की अध्यक्षता की।
कार्यक्रम में बोलते हुए, प्रमोद बोडो ने भूमि के महत्व पर जोर देते हुए कहा, “भूमि केवल एक संसाधन नहीं है; यह हमारे अस्तित्व का सार है। यह आश्रय, सुरक्षा और आजीविका का आधार प्रदान करती है। आज, हम अपने नागरिकों को भूमि तक उनके अधिकारों की पहुंच सुनिश्चित करके उन्हें सशक्त बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम आगे बढ़ा रहे हैं।”
उन्होंने बीटीआर परिषदीय सरकार की भूमि सुधार मुद्दों को हल करने की प्रतिबद्धता को भी रेखांकित किया, यह बताते हुए कि बीटीआर क्षेत्र में पहले से ही 1 लाख 40 हजार से अधिक निवासियों को भूमि पट्टे प्रदान किए जा चुके हैं। विशेष रूप से, बीटीसी देश का पहला छठी अनुसूची परिषद है जिसने सभी भूमि दस्तावेजों का डिजिटलीकरण कर दिया है, जिससे नागरिकों के लिए इसकी पहुंच को आसान बना दिया है।
सांसद रंगौरा नार्जारी ने बीटीसी की भूमि सुधार पहलों की सराहना करते हुए कहा कि इनका सकारात्मक प्रभाव अनेक नागरिकों पर पड़ा है। उन्होंने आश्वासन दिया कि बीटीसी भविष्य में भी भूमि पट्टों के वितरण को बढ़ावा देगी।
बिजनी के विधायक अजय कुमार राय ने भूमि पट्टा वितरण में सरकार की पहल की सराहना की, जबकि बीटीसी ईएम रनजीत बसुमतारी ने उन लोगों को प्रोत्साहित किया जिनके पास भूमि नहीं है। उन्होंने ऐसे लोगों आगे आने और भूमि पट्टों के लिए आवेदन करने का आह्वान किया। उन्होंने जोर देकर कहा कि सरकार ने भूमि पट्टों के लिए देय प्रीमियम को कम कर दिया है, जिससे बीटीआर के लोगों को काफी राहत मिली है।
वितरण कार्यक्रम में बीटीसी ईएम विल्सन हासदा, एमसीएलए माधव छेत्री, बीटीसी सचिव धीरज साउद और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे, जिन्होंने निवासियों के लिए भूमि की उपलब्धता और सुरक्षा बढ़ाने के बीटीसी के जारी प्रयासों का समर्थन दोहराया।
(Udaipur Kiran) / किशोर मिश्रा