
– गायत्री हजारिका के असामयिक निधन पर एजेपी ने जताया शोक
गुवाहाटी, 16 मई (Udaipur Kiran) । असम की लोकप्रिय गायिका गायत्री हजारिका का लंबी बीमारी के बाद आज दोपहर बाद निधन हो गया। हालांकि, नेमकेयर अस्पताल के डॉक्टर ने मीडिया को उनके निधन की जानकारी दी।
गायिका का पिछले दो वर्षों से शहर के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था। हालांकि, तबीयत बिगड़ने पर परिजनों ने उन्हें शहर के एक अन्य निजी अस्पताल में भर्ती कराया।
गायत्री हजारिका ने लोकप्रिय असमिया फिल्म ‘रत्नाकर’ में ‘रति रति’ गीत गाया था। ‘सारा पटे पटे फागुन नाम’ गाने के अलावा, ‘जोनक नासिल बनत’, ‘एबेलिर हेंगुली अकाशे’, ‘येतिया जोनक नामिसिल’, ‘माथो इजाक बरशुन’, ‘टोमलाई मोर मोरम’ जैसे गानों के लिए लोकप्रिय थीं। गायिका गायत्री हजारिका के असामयिक निधन से उनके परिजन एवं चाहने वाले शोकाकुल हैं।
वहीं, दूसरी ओर प्रसिद्ध गायिका गायत्री हजारिका के असामयिक निधन पर असम जातीय परिषद (एजेपी) ने गहरा शोक व्यक्त किया है। पार्टी की ओर से जारी एक बयान में अध्यक्ष लुरिन ज्योति गोगोई और महासचिव जगदीश भुइयां ने कहा, गायत्री हजारिका का निधन असमवासियों के लिए अत्यंत पीड़ादायक समाचार है। उन्होंने असम की सांस्कृतिक जगत को अपनी प्रतिभा और विशिष्ट गायन शैली से बहुत कम समय में समृद्ध किया। उनका जाना असमिया समाज के लिए अपूरणीय क्षति है। उनसे अभी और बहुत कुछ पाने की उम्मीद थी। हम इस क्षति से गहरे दुखी हैं।
गायिका के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए अध्यक्ष लुरिन ज्योति गोगोई ने कहा, गायत्री हजारिका ने असमिया संगीत की आधुनिक परंपरा के सौंदर्यबोध को नए आयाम की ओर ले जा रही थीं। वह एक अत्यंत परिष्कृत व्यक्तित्व की स्वामिनी थीं। हम उनके शोकसंतप्त परिवार और प्रशंसकों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करते हैं।
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(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश
