कोलकाता, 22 अप्रैल (Udaipur Kiran) ।पश्चिम बंगाल भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता दिलीप घोष ने शादी के बाद मंगलवार को अपनी नवविवाहिता पत्नी रिंकु मजूमदार के साथ दक्षिणेश्वर काली मंदिर में पूजा-अर्चना की। यह पूजा न केवल पारिवारिक आस्था का प्रतीक बनी, बल्कि उसमें राजनीतिक संदेश भी छुपा था।
गत शुक्रवार को दिलीप घोष ने पार्टी की ही महिला कार्यकर्ता रिंकु मजूमदार से विवाह किया था। विवाह के बाद यह उनकी पहली सार्वजनिक उपस्थिति रही, जहां वे अपनी मां पुष्पलता देवी और पत्नी के साथ दक्षिणेश्वर पहुंचे। पूजा के उपरांत दिलीप घोष ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि उन्होंने राज्य और जनता के कल्याण के लिए मां से प्रार्थना की है। उन्होंने कामना की कि वे अपने कर्तव्यों का पूरी निष्ठा से पालन कर सकें।
हालांकि इस धार्मिक यात्रा के दौरान भी राजनीति छाई रही। दिलीप घोष और उनकी पत्नी रिंकु ने शिक्षक भर्ती घोटाले पर टिप्पणी करते हुए कहा कि सरकार से बातचीत और आंदोलन किसी काम के नहीं हैं। उनका कहना था कि अब इस मुद्दे का समाधान केवल अदालत के माध्यम से ही संभव है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट सभी की बात सुनता है। हम चाहते हैं कि 18 हजार नौकरी से वंचित योग्य लोगों को न्याय मिले।
इस मौके पर उन्होंने दावा किया कि पश्चिम बंगाल में भाजपा की सरकार बनना तय है। दिलीप घोष और रिंकु मज़ूमदार दोनों ने एक स्वर में यह बात दोहराई।
उल्लेखनीय है कि शनिवार को उन्होंने पत्नी के साथ ईडन गार्डेन्स में आईपीएल मैच देखा था।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर
