Madhya Pradesh

नर्सिंग छात्रों की छात्रवृत्ति एवं परीक्षाओं में देरी को लेकर एनएसयूआई का प्रदर्शन, पुलिस ने बैरिकेडिंग कर रोका

एनएसयूआई का प्रदर्शन

भोपाल, 17 फ़रवरी (Udaipur Kiran) । एनएसयूआई के प्रदेश उपाध्यक्ष रवि परमार के नेतृत्व में नर्सिंग छात्र-छात्राओं ने साेमवार काे मध्य प्रदेश सरकार की नीतियों के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। छात्र छात्राएं अपनी मांगों को लेकर राजभवन जाना चाह रहे थे लेकिन पुलिस ने बैरिकेडिंग कर उन्हें रेडक्रॉस अस्पताल के पास ही रोक लिया। इस बीच छात्र छात्राओं ने सड़क पर बैठ कर जमकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। उसके बाद पुलिस प्रशासन एनएसयूआई प्रदेश उपाध्यक्ष रवि परमार, प्रदेश सह सचिव अमन पठान, लक्की चौबे और छात्र छात्राओं के प्रतिनिधि मंडल को राजभवन लेकर पहुंचा। वहां एनएसयूआई ने अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा।

एनएसयूआई प्रदेश उपाध्यक्ष रवि परमार ने कहा कि नर्सिंग छात्रों की छात्रवृत्ति पिछले चार वर्षों नहीं दी जा रही है, जिससे उनकी पढ़ाई प्रभावित हो रही है और यह उनके अधिकारों का हनन है। सरकार आयाेजनाें में करोड़ों रुपए खर्च कर रही है लेकिन छात्र-छात्राओं की छात्रवृत्ति नहीं दे रही है। इससे सरकार की मंशा स्पष्ट है की सरकार का ना तो शिक्षा पर ध्यान है ना स्वास्थ्य व्यवस्थाओं पर ध्यान है। सरकार सिर्फ कर्ज लेकर इंवेंटो में मप्र के करोड़ों रुपए उड़ा रही हैं ।

रवि परमार ने कहा कि प्रदेश में नर्सिंग शिक्षा की स्थिति लगातार बदहाल होती जा रही है। एकेडमिक कैलेंडर पूरी तरह से पटरी से उतर चुका है। बीएससी नर्सिंग के 2019-20 सत्र के छात्र-छात्राओं की अभी तक अंतिम वर्ष की परीक्षा नहीं हुई। वहीं बीएससी , एमएससी पोस्ट बीएससी नर्सिंग 2020-21 और 2021-22 सत्र के विद्यार्थियों की सेकंड ईयर की परीक्षाएं अब तक आयोजित नहीं हुईं। 2020-21 और 2021-22 सत्र के प्रथम वर्ष के कई विद्यार्थियों के परीक्षा परिणाम अब तक घोषित नहीं किए गए हैं। परीक्षा परिणामों में देरी के कारण छात्र मानसिक रूप से परेशान हो रहे हैं और उनका भविष्य अंधकार में जा रहा है। वहीं कई छात्र छात्राओं के नामांकन नहीं हो रहे जिससे उनके भविष्य पर भी संकट मंडरा रहा है।

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(Udaipur Kiran) / नेहा पांडे

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