
जगदलपुर, 28 मई (Udaipur Kiran) । छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ में 21 मई को मुठभेड़ में मारे गए नक्सल चीफ नम्बाला केशव राव उर्फ बसव राजू सहित आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के पांच नक्सलियों के शव उनके परिजनों काे नारायणपुर आने के बावजूद नहीं सौंपे गए। इनका अंतिम संस्कार पुलिस सुरक्षा एवं प्रशासन के सहयाेग से नारायणपुर के जंगल में कर दिया गया।
बस्तर आईजी सुंदरराज पी. ने बुधवार काे बताया कि नक्सली नम्बाला केशव राव उर्फ बसव राजू का शव लेने के लिए परिजन हाेने का दावा कर रहे लाेगाें के पास कोई पुख्ता प्रमाण नहीं था। इनके पास स्वयं का तो आधार कार्ड और अन्य प्रमाण था, लेकिन मारे गये नक्सली के रिश्तेदार होने का कोई साक्ष्य नहीं था। वहां के किसी सक्षम अधिकारी या जनप्रतिनिधि का कोई प्रमाणिक दस्तावेज भी नहीं हाेने से शव नहीं साैंपा गया।
बस्तर आईजी ने कहा कि अबुझमाड़ में नक्सल चीफ नम्बाला केशव राव उर्फ बसव राजू समेत आंध्र, तेलंगाना के 5 बड़े नक्सलियों का मारा जाना बड़ी उपलब्धि है। उन्हाेंने कहा कि लगभग 5 से 7 सुरक्षा लेयर में रहने वाला नक्सली चीफ का मारा जाना यह दर्शाता है कि उनके पास अब नक्सली लड़ाकाें की भारी कमी हो गई है। आईजी ने कहा कि भौगोलिक दृष्टि से बस्तर काफी बीहड़ और दुर्गम क्षेत्र है। जहां नक्सलियों को तलाशने में लंबी दूरी तय करनी पड़ती थी, साथ ही सड़क की सुविधा भी पहले नहीं थी। लेकिन अब जगह-जगह कैंप खुलने से उन तक पहुंचना आसान हुआ है। यही कारण है कि अब नक्सलियों को निशाना बनाने में सुरक्षाबलाें को कम समय और दूरी तय करनी पड़ती है।
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(Udaipur Kiran) / राकेश पांडे
