कोलकाता, 17 जनवरी (Udaipur Kiran) । फर्जी डिग्री के सहारे निजी प्रैक्टिस करने के आरोप में आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर असफाकुल्ला नाइया पर पुलिस ने शिकंजा कस दिया है। उन्हें सोमवार को बिधाननगर पुलिस कमिश्नरेट में उपस्थित होने का निर्देश दिया गया है। शनिवार को आर.जी. कर दुष्कर्म और हत्या मामले में आने वाले फैसले से ठीक एक दिन पहले पुलिस की इस कार्रवाही पर सवाल खड़े हो रहे हैं। डॉक्टर असफाकुल्ला अस्पताल में हुए आंदोलन का मुख्य चेहरा रहे हैं।
उन पर आरोप है कि उन्होंने अपने नाम के साथ एमएस (ईएनटी) की डिग्री लिखकर खुद को विशेषज्ञ के रूप में पेश किया और निजी प्रैक्टिस में जुटे रहे। इसको लेकर साल्ट लेक स्थित इलेक्ट्रॉनिक्स कॉम्प्लेक्स थाने में शिकायत दर्ज हुई थी। इसके बाद गुरुवार को पुलिस ने उनके काकद्वीप स्थित हारवुड पॉइंट इलाके के घर पर छापा मारा, जहां से कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए गए।
इस छापेमारी के बाद शुक्रवार को बिधाननगर पुलिस कमिश्नरेट ने उन्हें समन जारी कर सोमवार को पेश होने को कहा है।
इस कार्रवाई के खिलाफ जूनियर डॉक्टरों के एक समूह, जिनमें अनिकेत महतो, देवाशीष हलदर और किंजल नंद जैसे नाम शामिल हैं, ने गुरुवार को सड़कों पर प्रदर्शन किया।
यह मामला उस समय तूल पकड़ा जब एक विज्ञापन में असफाकुल्ला नाइया के नाम के साथ एमएस (ईएनटी) की डिग्री लिखी हुई पाई गई। आरोप है कि उन्होंने यह डिग्री फर्जी तरीके से हासिल की और नियमों के खिलाफ जाकर निजी प्रैक्टिस की।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर