मुंबई, 23 सितंबर (Udaipur Kiran) । नांदेड़ जिले में सोमवार को पुलिस ने आरक्षण के लिए प्रदर्शन कर रहे मराठा समुदाय के कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया। इस घटना में पांच लोग घायल हो गए हैं और उनमें से दो को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मराठा समुदाय के आरक्षण को लेकर मनोज जारांगे पाटिल पिछले सात दिनों से अंतरवाली सराती में अनशन कर रहे हैं। पूरे मराठा समुदाय ने तीन दिन पहले पुलिस अधीक्षक से मुलाकात कर कलेक्टर को एक बयान देकर मांग की थी कि सरकार समुदाय की न्याय संबंधी मांगों को पूरा करे और मराठा समुदाय को न्याय दे। यह भी कहा गया कि आज 23 तारीख को नांदेड़ बंद का आयोजन किया गया है। इसके मुताबिक, आज शहर के सभी कारोबार, स्कूल, कॉलेज, बस सेवाएं पूरी तरह से बंद कर दी गईं। शाम पांच बजे तक नांदेड़ शहर व जिले के एक डिपो से एक भी बस नहीं निकली। बस स्टेशन पर भीड़ थी। सुबह 11 बजे मराठा समाज के कार्यकर्ताओं ने मोटरसाइकिल रैली निकाली और व्यापारियों से एकजुट होकर अपने प्रतिष्ठान बंद करने की अपील की। जब यह रैली छत्रपति चौक से मोर चौक तक आई तो मराठा समुदाय के कार्यकर्ताओं ने कुछ दुकानदारों से दुकानों पर जाकर आज के बंद में भाग लेने का अनुरोध किया। इसके बाद मोर चौक पर नारेबाजी शुरू हो गयी। उसी समय भाग्यनगर पुलिस टीम वहां आ गयी। इसी दौरान उनके और मराठा समुदाय के कार्यकर्ताओं के बीच बहस हो गई। इसी समय भाग्यनगर थाने के कर्मचारियों ने गाड़ी से लाठियां निकालीं और मराठा समाज के कार्यकर्ताओं को लाठियों से पीटना शुरू कर दिया। इस घटना में पांच लोग घायल हो गए हैं। इस मौके पर पुलिस इंस्पेक्टर और मराठा समाज के कार्यकर्ताओं के बीच नोकझोंक भी हुई। इसके बाद भी पिटाई जारी रही। पुलिस की बेरहमी से की गई पिटाई में पांच लोग घायल हो गए हैं, जिनमें से दो को सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इसी बीच जब मराठा समाज के कार्यकर्ता कलेक्टर अभिजीत राऊत से बंद कमरे में मुलाकात कर रहे थे तो पुलिस ने अचानक दहशत फैला दी और कार्यकर्ताओं की पिटाई कर दी। हम इन सभी मामलों का विरोध कर रहे हैं और मांग की गई कि संबंधितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए और उन्हें निलंबित किया जाए।
(Udaipur Kiran) यादव