मेरठ, 13 सितम्बर (Udaipur Kiran) । मेरठ की परतापुर हवाई पट्टी से हेलीकॉप्टर के पुर्जे खोलकर ले जाने का मामला पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बन गया। जब पुलिस ने विस्तृत जांच की तो यह पूरा मामला झूठा निकला। दरअसल हेलीकॉप्टर चोरी नहीं हुआ था, बल्कि उसे खरीदने वाली कंपनी ही उसके पुर्जे खोलकर ट्रक पर लादकर ले गई थी। पायलट ने आपसी विवाद के चलते एसएसपी से यह शिकायत की थी।
सार एविएशन कंपनी के पूर्व पायलट रविंद्र सिंह ने 11 सितम्बर को एसएसपी डॉ. विपिन ताड़ा से मिलकर दस मई 2024 को परतापुर हवाई पट्टी पर मरम्मत के लिए आए हेलीकॉप्टर चोरी होने की शिकायत की थी। उसने बताया था कि दस मई को कई लोग हेलीकॉप्टर के पुर्जे खोलकर उसे ट्रक पर लादकर ले गए। विरोध करने पर उसके साथ मारपीट की और धमकी भी दी। शिकायत के बाद भी परतापुर पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। गुरुवार को हेलीकॉप्टर के पुर्जे खोलकर ले जाने का यहा मामला पूरे प्रदेश में चर्चा में आ गया। सपा मुखिया अखिलेश यादव ने भी प्रदेश सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए।
एसएसपी मेरठ ने इस पूरे मामले की जांच एएसपी व सीओ ब्रह्मपुरी अंतरिक्ष जैन को सौंप दी। एएसपी ने विस्तार से पूरे मामले की जांच की तो हेलीकॉप्टर चोरी की बात सिरे से झूठ साबित हुई। पता चला हकि सार एविएशन कंपनी में रविंद्र सिंह अक्टूबर 2023 तक पायलट था। इसके बाद वह फर्म में दस प्रतिशत का पार्टनर बन गया। कंपनी के मालिक कैप्टन जीसी पांडेय के अनुसार, रविंद्र को पिछले साल कंपनी से निकाल दिया गया था। इसके बाद रविंद्र ने शौर्य एयरोनाटिक्स कंपनी ज्वाइन कर ली। सार एविएशन के हेलीकॉटर व चार्टर विमान मेंटेनेंस के लिए शौर्य एयरोनाटिक्स के परतापुर हवाई पट्टी हैंगर पर भेजे जाते हैं। सार एविएशन ने अपना एक हेलीकॉप्टर परतापुर हवाई पट्टी पर मेंटेनेंस के लिए भेजा था। इसी बीच कंपनी ने यह हेलीकॉप्टर रोहतक के उद्योगपति अतुल जैन को बेच दिया।
अतुल की गांधीनगर गुजरात में मोड एयर नामक कंपनी है। अतुल इस हेलीकॉप्टर को दस मई को लेने आए थे। खराबी आने के कारण हेलीकॉप्टर को उड़ाकर ले जाने की बजाय पुर्जे खोलकर ट्रक में लादकर ले जाया गया। उस समय परतापुर थाना पुलिस भी मौजूद थी।इस मामले में पायलट रविंद्र सिंह ने बेवजह विवाद पैदा किया। उधर उद्योगपति अतुल जैन ने इस मामले की शिकायत नागर विमानन महानिदेशालय से करने की बात कही है।
एसएसपी डॉ. विपिन ताड़ा के अनुसार, आपसी विवाद के मामले को चोरी का रंग देने की कोशिश की गई है। एएसपी से विस्तृत रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। रिपोर्ट मिलने के बाद इस मामले में कार्रवाई की जाएगी।
(Udaipur Kiran) / डॉ.कुलदीप त्यागी