
मंडी, 06 मई (Udaipur Kiran) । जिले के सराज हल्के की बालीचौकी तहसील के कुछ गांवों में मिली अफीम की खेती के बाद अब दं्रग विधानसभा क्षेत्र के तहत आने वाली चौहार घाटी में भी पुलिस को दबिश के दौरान खेतों में लहलहाती हुई अफीम की फसल मिली है। गौरतलब है कि अफीम की यह खेती मई महीने में पूरे यौवन पर होती है और इसके फलों पर कट लगाकर अफीम निकाली जाती है। हालांकि दो दशक पहले चौहार घाटी में बड़े पैमाने पर अफीम की अवैध खेती होने लगी थी जिसे देश भर से आई एंजेसियों कीदेख रेख में नष्ट किया गया था और लगातार कई साल तक मंडी पुलिस ने अभियान चलाकर एक तरह से इस पर विराम लगा दिया था मगर अब फिर से चोरी छुपे यह खेती कहीं कहीं की जा रही है।
इसी तरह की तैयार फसल के बारे में जब मंडी जिला पुलिस को खबर मिली तो पधर पुलिस थाना के तहत एक टीम का गठन करके स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों के साथ दबिश दी गई।
पुलिस अधीक्षक साक्षी वर्मा ने बताया कि घाटी के तीन गांवों भड़, बरधवान व भुलंग में अवैध तौर पर उगाई गई अफीम की खेती पाई गई और चार लोगों के खिलाफ नारकोटिक ड्ग्स और साईकोट्ोपिक पदार्थ यानी एनडीपीएस एक्ट के तहत चार अलग अलग मामले दर्ज किए गए। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मौके पर गई टीम को इन खेतों में अवैध तौर पर उगाई गई अफीम के 1 लाख 9 हजार 486 पौधे मिले जिनमें से सैंपल के लिए जरूरी पौधों के अलावा सबको पूरी तरह से नष्ट कर दिया गया। उन्होंने बताया कि इस बारे में राजस्व रिकॉर्ड का पता किया जा रहा है कि इस खेती का मालिक कौन है, जमीन किसके नाम है तथा कौन इस नशे की खेती को उगाने का काम कर रहा है। राजस्व रिकार्ड सामने आने पर इन लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि जांच जारी है और इस तरह के काम करने वालों को किसी भी सूरत में पुलिस द्वारा बख्शा नहीं जाएगा।
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(Udaipur Kiran) / मुरारी शर्मा
