
नैनीताल, 9 जून (Udaipur Kiran) । विश्व प्रसिद्ध पर्यटन नगरी सरोवरनगरी में एक पुलिस कर्मी द्वारा नारायण नगर की पार्किंग के गेट पर ‘नैनीताल फुल हो गया है, अपने-अपने घरों को लौट जाओ’ का लाउड स्पीकर से अनाउंसमेंट करते हुए वीडियो वायरल सामने आया है। इसे बेहद गंभीर माना जा रहा है।
यह स्थिति तब है जबकि नैनीताल के सभी बाहरी प्रवेश द्वारों पर जबर्दस्त जाम की स्थिति है और शहर के होटल व्यवसायी होटल खाली रहने का दावा कर रहे हैं। इस संबंध में जनपद के एसएसपी से भी शिकायत की गयी है।
उल्लेखनीय है कि इस वर्ष ग्रीष्मकालीन पर्यटन सत्र के दौरान सैलानियों की काफी कमी देखी गयी, लेकिन अब जून माह के दूसरे सप्ताहांत से नगर बाहरी मार्गों पर हर ओर से जाम और चोक नजर आ रहा है। इसका ताजा बड़ा कारण बीते शनिवार यानी सप्ताहांत के पहले दिन नगर के आसपास रहा वीआईपी-वीवीआईपी का मूवमेंट और इस कारण पुलिस द्वारा वाहनों को घंटों रोकना बताया जा रहा है। स्थिति ऐसी हो गयी है कि पुलिस को नैनीताल फुल हो गया है, अपने-अपने घर को जाइये की अनाउंसमेंट करनी पड़ी। वीडियो शनिवार का ही बताया जा रहा है।
नैनीताल होटल एवं रेस्टोरेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष दिग्विजय बिष्ट व महासचिव वेद साह ने नैनीताल फुल होने के एनांउसमेंट को गलत बताते हुए कहा कि उन्होंने एसएसपी से वीडियो को हटाने की मांग की है, ताकि इसका गलत संदेश सैलानियों में न जाए। कहा है, नैनीताल के फुल होने की स्थिति में भी पुलिस को सैलानियों से अपने घर जाने को कहने की जगह जनपद के अन्य पर्यटक स्थलों की ओर जाने को कहना चाहिए। उन्होंने यह भी दावा किया कि नगर के अच्छे होटल अभी भी खाली हैं और 10-20 फीसद की छूट देकर कमरे भरने का प्रयास कर रहे हैं।
नहीं हो रहा सुविधाओं का विकास
नगर में ग्रीष्मकाल में पर्यटन नगरी में हर वर्ष लगने वाले जाम के स्थायी कारणों की बात करें तो नगर में अच्छी संख्या में आ रहे सैलानियों के साथ ही कैंची धाम के लिये अत्यधिक संख्या में आ रहे श्रद्धालु हैं, जबकि दूसरी ओर बीते कई वर्षों में ढांचागत सुविधाओं के विस्तार की बड़ी-बड़ी बातों के बावजूद धरातल पर कोई भी कार्य प्रभावी नजर नहीं आ रहा है। ऐसे में पूरी व्यवस्था पुलिस के द्वारा सैलानियों को यहां-वहां रोकने और यहां से वहां डायवर्ट करने पर टिक गयी है। ऐसा लगता है कि उनकी कोशिश इस तरह केवल नैनीताल नगर में वाहनों की संख्या को कुछ कम दिखाना भर रह गया है। जबकि इस कारण से वाहनों को और अधिक समय के लिये सड़कों पर ही दौड़ना पड़ रहा है। इसका प्रभाव यह पड़ रहा है कि वाहनों का जहां जाना भी नहीं होता, वहां भी वे जाम का कारण बन रहे हैं और इससे न केवल सैलानी, वरन स्थानीय लोग भी परेशान हो रहे हैं और अपने घरों में ही कैद होकर रह गये हैं।
अगले वर्ष जून माह से पहले हो जाएगा कैंची धाम के बाइपास का निर्माण: सरिता
विधायक सरिता आर्य ने जाम की समस्या पर कहा कि कैंची धाम के बाइपास का काम वन भूमि की स्वीकृति मिलने के बाद युद्ध स्तर पर हो रहा है। उन्होंने बताया कि गत दिवस मुख्यमंत्री की बैठक में केंद्री सड़क परिवहन राज्य मंत्री अजय टम्टा भी उपस्थित रहे और उन्होंने अधिकारियों को इस संबंध में कड़े निर्देश दिये हैं।
(Udaipur Kiran) / डॉ. नवीन चन्द्र जोशी
