CRIME

आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर प्रदर्शन में पुलिस और समाज के लोग आमने-सामने

मिर्च का स्प्रे होने के बाद दो महिलाओं की तबीयत बिगड़ गई।

पाली, 29 अगस्त (Udaipur Kiran) । पाली में एक परिवार पर जानलेवा हमले के आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर प्रदर्शन में पुलिस और समाज के लोग आमने-सामने हो गए। प्रदर्शनकारियों ने कलेक्ट्रेट का गेट खोला और जबरन अंदर घुस गए। इस दौरान पुलिसकर्मियों और लोगों के बीच धक्का-मुक्की भी हुई। प्रदर्शन के दौरान कुछ महिलाएं कलेक्टर चैंबर की तरफ जाने लगी तो उनको रोकने का प्रयास किया। महिला पुलिसकर्मियों ने मिर्च वाला स्प्रे कर उनको हटाया गया। इस दौरान दाे महिलाओं की तबीयत बिगड़ गई। उन्हें बांगड़ अस्पताल में भर्ती कराया गया।

देसूरी थाना इलाके के ढोलाप गांव निवासी श्रवण और हेमाराम सीरवी का पदमपुरा गांव निवासी पुष्पेंद्र सिंह और जयपाल सिंह के साथ प्लॉट को लेकर विवाद चल रहा है। दोनों पक्ष प्लॉट को अपना बताते हैं। 16 जुलाई 2024 को श्रवण और हेमाराम सीरवी अपने प्लॉट पर मकान निर्माण का काम कर रहे थे। इस दौरान पुष्पेद्र सिंह, जयपालसिंह और उनके साथियों ने श्रवण और हेमाराम सीरवी के साथ ही परिवार की महिलाओं पर लाठी-सरियों से जानलेवा हमला किया था। गंभीर चोटें आने पर उनको इलाज के लिए पाली के बांगड़ हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। हेमाराम चौधरी को गंभीर हालत में जोधपुर रेफर किया गया था। परिवार पर जानलेवा हमले के बाद से ही सीरवी समाज के लोग आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे, लेकिन 45 दिन बीत जाने के बाद भी आरोपी पुलिस की गिरफ्त से दूर है। इससे नाराज सीरवी समाज के लोग गुरुवार को दोपहर 12 बजे शहर के वीडी नगर स्थित सीरवी हॉस्टल में इकट्ठा हुए। यहां से करीब 12:30 बजे रैली के रूप में कलेक्ट्रेट के लिए रवाना हुए। दोपहर करीब डेढ़ बजे कलेक्ट्रेट पहुंचे और नारेबाजी करने लगे। भीड़ को देखते हुए कलेक्ट्रेट के मैन गेट पर पुलिस के जवान तैनात किए गए थे और गेट को बंद कर दिया गया था।

भीड़ ने कलेक्ट्रेट का गेट खोला और अंदर घुस गए। इस दौरान पुलिस के जवानों ने उनको रोका तो धक्का-मुक्की भी हुई। कुछ महिलाएं कलेक्टर चैंबर की तरफ जाने लगी तो महिला पुलिसकर्मियों ने मिर्च वाला स्प्रे कर उनको रोका। स्प्रे होने पर मौके पर मौजूद प्रदर्शनकारियों और पुलिस के जवानों की आंखों और नाक में जलन होने लगी। प्रदर्शन कर रही महिलाओं कन्या बाई और पानी बाई की तबीयत बिगड़ गई, जिन्हें एंबुलेंस से बांगड़ हॉस्पिटल ले जाया गया। समाज के लोग आरोपियों की गिरफ्तारी, देसूरी थाने के पुलिस स्टाफ को निलंबित करने की मांग को लेकर कलेक्ट्रेट में धरने पर बैठ गए थे। मौके पर एसडीएम अशोक कुमार, तहसीलदार जितेंद्र बबेरवाल, सीओ सिटी जितेंद्र सिंह, सीओ ग्रामीण रतनाराम देवासी सहित भारी पुलिस जाब्ता तैनात रहा। प्रदर्शन को देखते हुए कलेक्टर ऑफिस में अंदर से ताला लगा दिया गया।

समाज के लोगों ने कहा कि दिनदहाड़े आपराधिक प्रवृत्ति के कुछ लोग आकर एक परिवार के महिला-पुरुषों पर जानलेवा हमला कर फरार हो जाते हैं। घटना को 45 दिन से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी पुलिस उन्हें गिरफ्तार तक नहीं कर पाई है। इससे सीरवी समाज में रोष है। कुछ दिन पहले भी ज्ञापन देकर आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की थी, लेकिन कुछ नहीं हुआ। इसलिए उनको आक्रोश रैली निकालनी पड़ी। रैली में बड़ी संख्या में सीरवी समाज के महिला-पुरुष शामिल रहे। सुरक्षा को लेकर भारी पुलिस जाब्ता भी तैनात है। कलेक्ट्रेट परिसर में करीब ढाई घंटे तक प्रदर्शन चला। इस दौरान सीरवी समाज के प्रतिनिधिमंडल में शामिल सांसद पीपी चौधरी, मारवाड़ जंक्शन विधायक केसाराम चौधरी, सुरेश चौधरी, भूराराम सीरवी और भंवर चौधरी समेत समाज के अन्य लोगों ने कलेक्टर एलएन मंत्री और एसपी चूनाराम जाट से मुलाकात की।

कलेक्टर ने आश्वासन दिया कि देसूरी एसडीएम के नेतृत्व में टीम गठित कर आरोपियों के अवैध कब्जे की जांच करवाकर कार्रवाई की जाएगी। एसपी ने देसूरी थाने के तीन पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर करने का आश्वासन दिया। वहीं आरोपियों की तलाश के लिए जोधपुर से स्पेशल टीम बुलाने के लिए भी कहा गया है। इसके बाद समाज के लोग माने और शाम करीब चार बजे धरना खत्म कर दिया।

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(Udaipur Kiran) / रोहित

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