– निमाड़ के काठी व डिंडोरी के कलाकारों ने गुदुमबाजा नृत्य से बांधा समां
भोपाल, 18 नवंबर (Udaipur Kiran) । लोकमाता अहिल्या बाई की 300वी जन्म जयंती पर तीन दिवसीय निमाड़ उत्सव का रविवार देर रात समापन हो गया। तीन दिनों तक निमाड़ उत्सव के दौरान पुण्य सलिला मां नर्मदा किनारे बसा प्राचीन पर्यटन स्थल महेश्वर में रानी अहिल्याबाई होल्कर का किला रंग बिरंगी लाइटों से बेहद खूबसूरत और आकर्षण का केंद्र बना रहा। आदिवासी लोक कला एवं बोली विकास अकादमी मध्य प्रदेश संस्कृति परिषद भोपाल व जिला प्रशासन खरगोन द्वारा आयोजित निमाड़ उत्सव की अंतिम रात कवियों के नाम रही। कलेक्टर कर्मवीर शर्मा के मार्गदर्शन में तीन दिनी निमाड़ उत्सव के दौरान प्रतिदिन विविध प्रकार की खेल विधाओं का आयोजन किया गया। वहीं सांय काल में सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन हुए।
निमाड़ उत्सव के समापन अवसर पर काठी नृत्य की प्रस्तुति हरसूद के रामदास साकल्ले एवं साथियों द्वारा एवं गुदुमबाजा नृत्य की प्रस्तुति डिण्डोरी के लेखपाल धुर्वे एवं उनके साथियों द्वारा दी गई। इसके पश्चात मेरठ, दिल्ली सहित प्रदेश के अन्य जिलों से पधारे नामचीन कवियों में मेरठ के हरिओम पंवार, इंदौर के मुकेश भोलवा, दिल्ली के शंभु शिखर, इंदौर के श्याम सुंदर पलोड, खण्डवा के डॉ. श्रीराम परिहार, महेश्वर के विजेय शितांशु, हरिश दुबे, विष्णु फागना, गोगावां के जगदीश जोशिला, पंधाना के विरेन्द्र चौरे, सनावद के दीपक पगारे, खरगोन के नरेन्द्र जोशी, खलघाट के विजय शर्मा ने गीत व कविताओं से श्रोताओं को खूब रिझाया।
निमाड़ उत्सव के समापन अवसर पर तीन दिनों तक आयोजित हुई कबड्डी, नोका सज्जा, कुश्ती, रंगोली सहित विभिन्न प्रतियोगिता के विजेता प्रतिभागियों को कलेक्टर कर्मवीर शर्मा, जिला पंचायत अध्यक्ष अनुबाई तंवर, पुलिस अधीक्षक धर्मराज मीणा, नगर परिषद अध्यक्ष अलका गजराज यादव, जनपद अध्यक्ष अशोक डावर ने प्रशस्ति पत्र व नगद राशि से पुरस्कृत किया गया।
(Udaipur Kiran) तोमर