श्रीनगर, 11 दिसंबर (Udaipur Kiran) । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन (एसआईएच) 2024 के 7वें संस्करण के ग्रैंड फिनाले के दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए एनआईटी श्रीनगर में एसआईएच टीम सहित युवा इनोवेटर्स से बातचीत की। पहली बार एनआईटी श्रीनगर ग्रैंड फिनाले की मेजबानी कर रहा है जो बुधवार को देश भर के 51 केंद्रों में से एक के रूप में शुरू हुआ।
कार्यक्रम के दौरान सईदा ऐमेन डी सलीम के नेतृत्व में बीएमएस इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, बैंगलोर की एसआईएच टीम ने पीएम मोदी के साथ अपने प्रोजेक्ट आइडिया साझा किए। प्रधानमंत्री ने यमन के एक प्रतिभागी मोहम्मद अली मोहम्मद अल से भी बातचीत की और भारत की संस्कृति, विविधता की प्रशंसा की।
इस राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम में 1,300 से अधिक छात्र टीमों ने भाग लिया। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने एसआईएच 2024 का वर्चुअल उद्घाटन किया जिसमें नवाचार को बढ़ावा देने और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में शिक्षा की परिवर्तनकारी शक्ति पर प्रकाश डाला गया।
इस अवसर पर एनआईटी श्रीनगर के निदेशक प्रो. बिनोद कुमार कनौजिया मुख्य अतिथि थे और उन्होंने उत्कृष्टता के लिए संस्थान की प्रतिबद्धता पर जोर दिया। उन्होंने अकादमिक शिक्षा और वास्तविक दुनिया की समस्या-समाधान के बीच की खाई को पाटने में एसआईएच के महत्व को रेखांकित किया। प्रो. कनौजिया ने कहा कि संस्थान नवाचार की संस्कृति को पोषित करने, उद्यमशीलता को बढ़ावा देने और छात्रों को प्रौद्योगिकी-संचालित भविष्य के लिए तैयार करने के लिए समर्पित है।
एसआईएच 2024 के लिए कोर कमेटी के अध्यक्ष प्रो. जी.ए. हरमैन ने कहा कि यह पहली बार है जब एनआईटी श्रीनगर एसआईएच सॉफ्टवेयर संस्करण के ग्रैंड फिनाले की मेजबानी कर रहा है। उन्होंने 21 राज्यों की 25 असाधारण टीमों का स्वागत किया और प्रौद्योगिकी और रचनात्मकता के माध्यम से भारत के भविष्य को आकार देने की उनकी क्षमता पर जोर दिया।
एसआईएच के नोडल हेड 1 प्रताप सनप ने हैकाथॉन का एक व्यावहारिक अवलोकन प्रदान किया, जिसमें नवाचार और सहयोग को बढ़ावा देने में इसकी भूमिका पर प्रकाश डाला गया। एनआईटी श्रीनगर के रजिस्ट्रार प्रो. अतीकुर रहमान ने औपचारिक धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। उन्होंने कार्यक्रम को सफल बनाने में उनके प्रयासों के लिए निदेशक प्रो. कनौजिया के नेतृत्व वाली आयोजन टीम की प्रशंसा की। प्रो. रहमान ने कहा कि 51 नोडल केंद्रों में से एक के रूप में एनआईटी श्रीनगर नवाचार के केंद्र के रूप में उभरा है जिसमें वास्तविक दुनिया के समाधान विकसित करने के लिए 25 टीमें हैं। संस्थान अपनी अकादमिक उत्कृष्टता और अत्याधुनिक सुविधाओं के लिए जाना जाता है।
एनआईटी श्रीनगर में उद्घाटन समारोह में ज्ञान और पवित्रता का प्रतीक पारंपरिक दीप प्रज्वलन और द्वीप समारोह हुआ और इसके बाद सिविल इंजीनियरिंग विभाग की सहायक प्रोफेसर डॉ. जननी एल. ने स्वागत किया। इससे पहले कार्यक्रम की शुरुआत एआईसीटीई के उपाध्यक्ष और शिक्षा मंत्रालय के इनोवेशन सेल के मुख्य इनोवेशन अधिकारी डॉ. अभय जेरे के स्वागत भाषण से हुई। प्रो. टी.जी. एआईसीटीई के अध्यक्ष सीताराम ने शैक्षिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देने के लिए परिषद के दृष्टिकोण पर जोर दिया।
एसआईएच के इस वर्ष के संस्करण में आंतरिक हैकथॉन में उल्लेखनीय 240 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है जो 2023 में 900 से बढ़कर 2024 में 2,247 से अधिक हो गई है जो इसे अब तक का सबसे बड़ा संस्करण बनाता है। संस्थान स्तर पर 86,000 से अधिक टीमों ने भाग लिया जिनमें से लगभग 49,000 राष्ट्रीय स्तर के दौर में आगे बढ़ीं। हैकथॉन में 54 मंत्रालयों, विभागों, राज्य सरकारों, सार्वजनिक उपक्रमों और उद्योगों द्वारा प्रस्तुत 250 समस्या कथनों को संबोधित किया गया। ये चुनौतियाँ राष्ट्रीय महत्व के 17 क्षेत्रों में फैली हुई थीं जिनमें स्वास्थ्य सेवा, स्थिरता, स्मार्ट तकनीक, शिक्षा, आपदा प्रबंधन और कृषि शामिल हैं।
(Udaipur Kiran) / अमरीक सिंह