जोधपुर, 25 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । गौशाला मैदान में व्याप्त अव्यवस्थाओं के खिलाफ खिलाडिय़ों ने शुक्रवार को सुबह रैली निकालकर प्रदर्शन किया। रैली गौशाला से कलेक्ट्रेट पहुंची जहां जिला कलेक्टर को विभिन्न मांगों का ज्ञापन सौंपा गया।
खिलाड़ी श्रवण बुडिय़ा ने बताया कि सभी खिलाड़ी गत दो सालों से मैदान में आ रहे है और तय की गई राशि को हर साल जमा करवाते हैं। इसके बावजूद कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। कई बार इन समस्याओं को लेकर गौशाला मैदान के अधिकारी से शिकायत की लेकिन किसी प्रकार की कोई सहायता नहीं की गई। ज्ञापन में मांग की गइ्र है कि गौशाला मैदान को 365 दिन खुला रखना चाहिए लेकिन एक खिलाड़ी एक महीने में केवल 15 दिन प्रैक्टिस करता हैं क्योंकि चार दिन रविवार का अवकाश, 5 दिन राजकीय अवकाश व 5 दिन किराया पर दिया जाता है। वहीं सम्पूर्ण भारत में सभी मैदान 365 दिन खुले रहते हैं। गौशाला मैदान को सुबह 7 बजे खोला जाता है जिससे स्कूल जाने वाले बच्चों का दिक्कत आती है। यहां थ्रो के सारे इवेंट बंद कर दिए गए है और जैवलिन थ्रो के स्टार्टिंग पाइट पर फुटबॉल के पोल को सीमेट से मजबूत कर दिए गए है जो कि खेल नियमों के विरूद्ध है। जो खिलाड़ी जिला स्तर पर मेडल जीत रहा है, उनके लिए कार्ड नि:शुल्क कर दिया जाना चाहिए। सम्पूर्ण भारत में कही पर भी प्रशिक्षण करने वाले खिलाड़ी से फीस नहीं ली जाती है। गौशाला मैदान के अन्दर बने बाथरूम की हालत बहुत खराब है जिसके कारण लड़कियों व सीनियर सिटीजन को परेशानी उठानी पड़ती है। हाईजंप के मेट की सुविधा होने के बावजूद उपयोग नहीं करने दिया जाता हैं। रनिंग व वाकिंग ट्रैक पूरी तरीके से टूट चुका है जिसकी मरम्मत करवाना जरूरी है।
(Udaipur Kiran) / सतीश