
देहरादून, 31 जनवरी (Udaipur Kiran) । राष्ट्रीय खेलों के दौरान खिलाड़ियों के आहार योजना पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उनके भोजन की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक खाद्य सामग्री के सामने उसका नाम, कैलोरी और प्रोटीन की मात्रा प्रदर्शित की जा रही है। इस पहल का मुख्य उद्देश्य खिलाड़ियों को उनके पोषण और फिटनेस के प्रति जागरूक बनाना है।
अरूणाचल की वुशु टीम की खिलाड़ी ग्यामर कामा से खाने के काउंटर पर जब खाने की गुणवत्ता पर बात की गई, तो उनकी प्रतिक्रिया सकारात्मक थी। ग्यामर कामा का कहना है कि खाने में प्रोटीन-कैलोरी की मात्रा प्रदर्शित करना अच्छा कदम है। इन स्थितियों के बीच, महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स काॅलेज परिसर में खाना बनाने के लिए दो किचन तैयार की गई हैं। ज्यादातर खाना यहीं पर बन रहा है। यहीं से खाना बनाकर परेड ग्राउंड भी भेजा जा रहा है। वहां पर खेल की स्पर्धाएं अलग से आयोजित की जा रही हैं। खिलाड़ियों को परेड ग्राउंड में भी गरम खाना मिले, इसलिए वहां खेल स्थल पर सेटेलाइट किचन बनाया गया है।
मिलेट्स किए जा रहे पसंद:
राष्ट्रीय खेलों के दौरान पहाड़ी व्यंजन, मिलेट्स का भी प्रमोशन किया जा रहा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खुद इसकी ब्रांडिंग करते रहे हैं। इसे खिलाड़ी पसंद भी कर रहे हैं। खिलाड़ियों को खाने में झंगोरा राइस, बाड़ी, आलू के गुटके और गहथ, उड़द की मिक्स दाल भी परोसी जा रही है। उड़ीसा की रग्बी की टीम के खिलाड़ी गणेश का कहना है कि खाने में मिलेट्स भरपूर मात्रा में मिल रहा है। यह अच्छा प्रयास है।
कैटरिंग की व्यवस्था देख रहे अवधेश ढौंडियाल के अनुसार, खिलाड़ियों को निर्धारित डाइट प्लान के अनुरूप ताजा भोजन दिया जा रहा है। इसके अलावा खाने में तेज मसालों का प्रयोग कम से कम किया जा रहा है। महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स काॅलेज और परेड ग्राउंड में खाने के लिए कुल 18 प्वाइंट बनाए गए हैं, जहां पर खिलाड़ियों, स्टाॅफ, अफसर, मीडिया के लिए अलग-अलग व्यवस्था की गई है।
(Udaipur Kiran) / राजेश कुमार
