हरिद्वार, 30 अगस्त (Udaipur Kiran) । कन्या गुरुकुल परिसर में दर्शन विभाग की ओर से आयोजित पौधारोपण कार्यक्रम में शुक्रवार को सहजन, लीची, आंवला, जामुन के पौधों का रोपण किया।
पर्यावरण की महत्ता पर विचार रखते हुए डॉ. मृदुल जोशी ने कहा कि वैदिक ऋषियों ने नदी, वृक्ष, सूर्य आदि प्रकृति की पूजा करते थे, क्योंकि वे जानते थे कि प्रकृति से ही जीवन है प्रकृति नहीं तो जीवन नहीं। इस तरह पर्यावरण के प्रति भारतीय विचारक आदिकाल से जागरूक थे।
डॉ. बबलू वेदालंकार कहा कि हमारे यहां पीपल वृक्ष को पूजा जाता है, आज विज्ञान ने भी पाया कि केवल पीपल वृक्ष ही है जो रात में भी ऑक्सिजन आक्सीजन देता है।
डॉ. सुरेखा राणा ने कहा कि जो वृक्ष आज आप लगा रहे हैं वह आने वाली पीढ़ियों को एक अच्छा उपहार दे रहे हैं। कार्यक्रम संचालन कर रही डॉ. बबीता शर्मा ने कहा कि जहां वृक्ष ज्यादा होते हैं वहां वर्षा अधिक होती है।
इस अवसर पर पीएचडी शोधार्थी गुरमीत, अरविन्द यादव, अंशु पेन्यूली, एवं गीता ने भी पौध लगाया। इस अवसर पर प्राचार्य, छात्रा तृप्ता, कशिश, रितिका, नाहिद, मानसी, आदि उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला