पूर्वी चंपारण,21 दिसबंर (Udaipur Kiran) जिले में फलो की गुणवत्ता व पैदावार बढाने को लेकर पौधा संरक्षण विभाग ने कवायद शुरू कर दी है।इसकी जानकारी देते विभाग के सहायक निदेशक सुशील कुमार सिंह ने बताया कि आम, लीची व अमरूद जैसे फलों की खेती करने वाले किसानों को पौधों पर दवा का छिड़काव करने के लिए 75 प्रतिशत अनुदान दिया जायेगा।
इसके लिए चालू वित्तीय वर्ष में विभाग द्धारा 51 हजार 800 उद्यानिक फसलों पर छिड़काव का लक्ष्य प्राप्त हुआ है।जिसमे मंजर के पूर्व व मंजर के बाद सहित दो छिड़काव के लिए 25100 आम, 25000 लीची व 1700 अमरूद के पौधों पर छिड़काव किया जाएगा।इसके किसानों को योजना का लाभ पहले आओ पहले पाओ की तर्ज पर दिया जायेगा। मिल सकेगा।
उन्होने बताया कि योजना के लाभ के लिए बीते वर्ष जिले के विभिन्न प्रखंडों से 55 हजार किसानों ने आनलाइन आवेदन किया था, जो इस बार 75 हजार तक पहुंच सकती है। योजना के लाभ के लिए निबंधित किसान डीबीटी पोर्टल पर जाकर आनलाइन आवेदन कर सकते हैं।एक किसान अधिकतम 84 आम, 56 लीची व 28 अमरूद सहित कुल 168 पेड़ पर छिड़काव का लाभ ले सकेंगे। छिड़काव के बाद जिओ टैग के साथ डीबीटी पोर्टल पर तस्वीर अपलोड करनी होगी।
आम के पेड़ पर दवा का प्रथम छिड़काव मंजर से पूर्व, जबकि दूसरा छिड़काव सरसों के आकार का दाना होने पर किया जाएगा।
इसके लिए कीटनाशी सहित छिड़काव की लागत प्रति पेड़ 76 रुपये है, जिसपर अधिकतम 57 रुपये अनुदान मिलेगा। दूसरे छिड़काव के लिए प्रति पेड़ 96 रुपये खर्च होंगे, जिसपर 72 रुपये अनुदान किसानों को देय होगा।
इसी प्रकार लीची पर पहला स्प्रे मंजर से पूर्व किया जाएगा। इसके लिए 216 रुपये प्रति पेड़ खर्च आएगा, जिसमें 162 रुपये का अनुदान मिलेगा।दुसरा स्प्रे लौंग आकार का मंजर होने पर किया जाएगा।इसमें कुल 152 रुपये खर्च आएगा, जिसमें 114 रुपये अनुदान किसानों को देय होगा। अमरूद में कीटों के प्रबंधन के लिए स्प्रे में 44 रुपये का खर्च प्रति पेड़ आएगा, जिसपर किसानों को 33 रुपये का अनुदान निर्धारित किया गया है।
(Udaipur Kiran) / आनंद कुमार