
रांची, 29 अप्रैल (Udaipur Kiran) । झारखंड की कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की हैदराबाद के दौरे पर हैं। मंगलवार को मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने हैदराबाद के फिश फॉर्म , नेशनल फिशरीज डेवलपमेंट बोर्ड के साथ-साथ खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की। मत्स्य पालन के क्षेत्र में झारखंड बड़ी छलांग लगाने की तैयारी में है। राज्य में एक्वा पार्क बनाने पर कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग विचार कर रही है। इससे बड़ी संख्या में मत्स्य पालकों को जोड़ा जाएगा। मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने हैदराबाद दौरा के क्रम में इसके संकेत दिए हैं।
इतना ही नहीं मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा है कि मत्स्य पालकों को बेहतर प्रशिक्षण के लिए हैदराबाद भेजा जाएगा । पहले चरण में झारखंड के 100 मत्स्य पालकों को प्रशिक्षण के लिए हैदराबाद भेजे जाने की योजना है। इसके साथ ही राज्य के मत्स्य अधिकारियों भी नई तकनीक की जानकारी लेने के लिए हैदराबाद जायेंगे। कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने हैदराबाद के एक फिश फॉर्म का भ्रमण कर मत्स्य पालन के क्षेत्र सोच से अलग और सफल प्रयोग की जानकारी ली। इस फिश फॉर्म में सैलमन फिश तैयार किया जा रहा है। इसका बाजार मूल्य 3 हजार रुपये प्रति किलो है। इसी तरह फिश की अलग-अलग प्रजाति के बारे में भी जानकारी इकट्ठा की गई। झारखंड को मत्स्य पालन में आत्मनिर्भर बनाने के लिए नेशनल फिशरीज डेवलपमेंट बोर्ड का सहयोग लिया जाएगा।
वहींए तेलंगाना राज्य के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक में धान अधिग्रहण और किसानों को समृद्ध बनाने वाली योजना पर चर्चा हुई। धान अधिग्रहण के मामले में तेलंगाना मॉडल को झारखंड भविष्य में अपना सकती है। मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा है कि तेलंगाना और झारखंड में एक प्रमुख समानता है। दोनों ही राज्य किसानों की बेहतरी के लिए काम कर रही है। सरकार का उद्देश्य किसानों की उन्नति और उसके आय में वृद्धि करना है। किसान किसी भी हाल में ठगे ना जाए इसका प्रयास किया जाएगा। इसके लिए तेलंगाना राज्य के किसानों की तरह ही झारखंड के किसानों को विभाग की योजनाओं को लेकर जागरूक होना पड़ेगा। बैठक के दौरान झारखंड के विशेष सचिव गोपाल जी तिवारी, प्रदीप कुमार हजारी, मत्स्य निदेशक एचएन द्विवेदी सहित तेलंगाना सरकार के अधिकारी मौजूद थे।
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(Udaipur Kiran) / विकाश कुमार पांडे
