HimachalPradesh

ग्रामीण स्तर पर जैव विविधता के संरक्षण के लिए बनेगा प्लान : उपायुक्त

धर्मशाला, 22 मई (Udaipur Kiran) । उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि कांगड़ा जिले के सभी विकास खंडों में जैव विविधता प्रबंधन समितियां गठित की जाएंगी इसमें युवाओं, स्कूलों, स्वयंसेवी संस्थाओं और ग्रामीण समुदायों को विशेष रूप से जोड़ा जाएगा। ताकि जैव विविधता संरक्षण की दिशा में सार्थक कदम उठाए जा सकें। वीरवार को उपायुक्त हेमराज बैरवा ने जैव विविधता प्रबंधन समितियों को पुनः सक्रिय करने के लिए विशेष जिला स्तरीय अभियान का शुभारंभ किया।

उन्होंने बताया कि मिशन का उद्देश्य जैव विविधता प्रबंधन समितियों की भूमिका को फिर से सशक्त बनाना है ताकि वे जलवायु परिवर्तन, आपदा जोखिम न्यूनीकरण तथा संयुक्त राष्ट्र जैव विविधता सम्मेलन 2025 की थीम के अनुरूप प्रभावी ढंग से कार्य कर सकें। उन्होंने बताया कि यह जिम्मेदारी जिला आपदा प्रबंधन के जिला इंटरेजेंसी ग्रुप के माध्यम से की जाएगी।

इस पहल के अंतर्गत आज डीआरडीए हॉल में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें एनजीओ, नागरिक समाज संगठनों और स्थानीय संस्थाओं की जैव विविधता संरक्षण में भूमिका पर चर्चा की गई। सम्मेलन में वक्ताओं ने सामुदायिक भागीदारी को मजबूत करने, स्थानीय पारिस्थितिक तंत्रों की सुरक्षा और पारंपरिक ज्ञान के संरक्षण पर बल दिया।

इससे पहले कन्वीनर , जिला इंटरएजेंसी ग्रुप हरजीत भूलर ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए जैव विविधता प्रबंधन समितियां की भूमिका के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

(Udaipur Kiran) / सतिंदर धलारिया

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