पेल्विक फ़्लोर मांसपेशियों को लेकर किया जागरुकहिसार, 20 दिसंबर (Udaipur Kiran) । महाराजा अग्रसेन कॉलेज ऑफ़ फिजियोथैरेपी की ओर से पेल्विक फ़्लोर मांसपेशियों के विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। पूर्व राज्यसभा सांसद लेफ्टिनेंट जनरल डॉ. डीपी वत्स की धर्मपत्नी गीता वत्स ने कार्यशाला की अध्यक्षता की। कार्यशाला की मुख्य वक्ता डॉ. अनुपमा ने शुक्रवार को बताया कि पेल्विक फ़्लोर मांसपेशियों की दिक़्क़त से भारत में लगभग 48 प्रतिशत लोग जूझ रहे हैं। इन मांसपेशियों में दिक़्क़त मुख्यतः गर्भावस्था के बाद व 60 साल की उम्र के बाद शुरू होती है जिसकी वजह से पेशाब और मल को रोकने की क्षमता में कमी या असमर्थता आ जाती है। इसके साथ ही कमर दर्द जैसी परेशानियां भी रोगी को झेलनी पड़ती है। भारत में इसके प्रति जागरूकता कम होने के कारण बहुत से लोग इस परेशानी से जूझते रहते हैं और उपचार न लेने के कारण गंभीर स्थिति में पहुंच जाते हैं।इस दौरान डॉ. अनुराग छाबड़ा ने बताया कि पेल्विक फ़्लोर मांसपेशियों की दिक़्क़त का सामना महिला व पुरुष दोनों को ही करना पड़ता है। ऐसे में इस प्रकार की कार्यशालाएं जागरूकता फैलाने में अहम भूमिका निभाती हैं और विद्यार्थियों व मरीज़ों के साथ साथ चिकित्सकों को भी जागरूक करती है। कार्यशाला के अंत में महाविद्यालय निदेशक डॉ. अलका छाबड़ा ने बाहर से आए मुख्य वक्ताओं का आभार व्यक्त किया। इस दौरान कार्यशाला में श्रीमति गीता वत्स, महाविद्यालय निदेशक डॉ. अलका छाबड़ा, प्रशासनिक निदेशक डॉ. आशुतोष शर्मा, मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. राजीव चौहान, डॉ. अनुराग छाबड़ा, डीएमएस डॉ. पूजा कटारिया, डॉ. हरेंद्र, प्रिंसिपल कॉलेज ऑफ़ फिजियोथैरेपी डॉ. पवन अग्रवाल, डॉ. निधि अग्रवाल, कॉलेज ऑफ़ नर्सिंग का स्टाफ़ व छात्राएं, एमबीबीएस के विद्यार्थी व स्टाफ़ मौजूद रहे।
(Udaipur Kiran) / राजेश्वर