जयपुर, 19 दिसंबर (Udaipur Kiran) । सर्द रात में ठिठुरते हुए लोगों को सक्षम की ओर से सहारा मिला। फुटपाथ, खुले आसमान के नीचे हाड़ कंपाती सर्दी में रात गुजार रहे दिव्यांग और अन्य लोगों को रजाई-कंबल ओढ़ाए गए और गर्म वस्त्र वितरित किए।
नागपुर से संचालित सक्षम संस्थान की ओर से जयपुर शहर कंबल वितरण किया गया।
जयपुर शहर में फुटपाथ, सड़क के किनारे या अन्य सार्वजनिक स्थानों पर खुले में लोग सोने पर मजबूर है। यह और पीड़ादायक है जब सर्द रात में बिना कम्बल और रजाई के सर्दी से ठिठुरते हुए रात बिता रहे हैं। ऐसे में दानदाता व्यक्ति और संस्थाएं इन व्यक्तियों को सर्दी से बचाने के लिए काम कर रहे हैं। इनमें वर्ष 2008 से नागपुर से संचालित सक्षम संस्थान ने ऐसे लोगों को राहत देने का बीड़ा उठाया। सक्षम पिछले 16 साल से शिक्षा, चिकित्सा, स्वावलंबन एवं सामाजिक विकास के जरिए लोगों की सेवा का काम कर रहा है। सक्षम की जयपुर महानगर इकाई की ओर से देर रात फुटपाथ केयर कार्यक्रम शुरू किया गया।
सक्षम कार्यकर्ताओं की टीम ने जयपुर शहर को छह भागों में बांटकर अभियान शुरू किया। टोंक रोड, अजमेर रोड, आगरा रोड, सीकर रोड, दिल्ली रोड और कालवाड़ रोड से करीब सौ कार्यकर्ता बाहर निकले। रास्ते में फुटपाथ या अन्य जगहों पर ठिठुरते सो रहे लोगों को कंबल ओढ़ाए। कुछ जगह तो ऐसे लोग मिले जो कंबल तो छोड़िए जिनके बदन पर एक चादर तक नहीं थी। इस हाड़ कंपाती सर्दी में ऐसे ठिठुरते सोते हुए लोगों को देखकर कलेजा मुंह को आ गया। जिनके सिर पर केवल आसमान की छत और वो भी ठंड बरसाती, इस स्थिति को देखकर मन पीड़ा से भर उठा।
सक्षम कार्यकतार्ओं ने ऐसे लोगों को कंबल ओढ़ाया तो उन्हें राहत मिली।
शहर के छहों कोनों से होकर कंबल ओढ़ाते हुए सक्षम कार्यकर्ता जयपुर चैम्बर ऑफ कॉमर्स पहुंचे। यहां पहुंचने के बाद करीब दो बजे कार्यक्रम का समापन हुआ। इस दौरान संघ पदाधिकारी और प्रचारकों ने सक्षम कार्यकर्ताओं की हौसला अफजाई की और सर्द रात में पीड़ा से उन्हें इस कार्य के लिए साधुवाद दिया। कार्यकर्ताओं ने जयघोष कर ‘जीते जीते रक्तदान’ ‘जाते जाते नेत्रदान’ ‘सक्षम भारत समर्थ भारत’ का संकल्प लिया।
कार्यक्रम में राज्य मानवाधिकार आयोग के सदस्य अशोक गुप्ता , क्षेत्र संगठन मंत्री कमल ने कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन किया।
इस अवसर पर सक्षम के क्षेत्र सचिव कुलदीप, राष्ट्रीय युवा प्रमुख डा. अशोक सोलंकी, राजेंद्र धाकड़ आदि उपस्थित रहे।
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(Udaipur Kiran) / रोहित