बीकानेर, 3 दिसंबर (Udaipur Kiran) । राज्य सरकार का एक साल का कार्यकाल पूरा होने के उपलक्ष्य में स्वायत शासन विभाग 12 दिसंबर को सफाई कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र देने की तैयारी में जुटा है। वहीं, दूसरी तरफ प्रदेशभर में सफाई कर्मचारी भर्ती को लेकर विरोध शुरू हो चुका है। जिसके चलते आज बीकानेर में भी वाल्मिकी समाज की ओर से जिला कलक्टर कार्यालय के सामने महापड़ावा डाला गया। आन्दोलन कर रहे लोगों का आरोप है कि कई नगर निगम बीकानेर सहित अनेक निकायों में अनुभव प्रमाण- पत्र ही जारी नहीं हुए। वहीं विभागीय साइट पर अनुभव प्रमाण पत्र अपलोड ही नहीं हुए। ऐसे में करीब 50 फीसदी आवेदक बिना लॉटरी के ही बाहर हो चुके हैं।
कर्मचारी नेता शिवलाल तेजी का कहना है कि जिन्होंने अन्य संस्थाओं जैसे अस्पताल, पुलिस, होटल, स्कूल आदि के अनुभव प्रमाण-पत्र लिए और 27 के बाद नए अनुभव प्रमाण-पत्र लगा देने की प्लानिंग की वह सब आवेदक भर्ती से बाहर हो चुके हैं। राज्य सरकार ने वाहवाही बटोरने के लिए 51 दिन में तीन बार तारीखें बढ़ाईं। संयोजक नंदलाल जावा का कहना है कि 28 नवंबर से 5 दिसंबर तक त्रुटि सुधार करने की बात कही गई। लेकिन अनुभव प्रमाण-पत्र जारी करने व जमा कराने की अंतिम तारीख 27 नवंबर ही रखी गई। ऐसे में हजारों आवेदकों ने अनुभव प्रमाण-पत्र तो प्राप्त किए, लेकिन जमा नहीं हो सके। ऐसे में हजारों लोगों के अनुभव प्रमाण-पत्र अपलोड नहीं हो सके। जावा ने कहा कि सरकार को चाहिए कि वे अनुभव प्रमाण पत्र अपलोड करने के लिये साइट को खोले या फिर बीकानेर नगर निगम की भर्ती को रद्द करें। ऐसा न करने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल ही एक मात्र विकल्प रहेगा।
महापड़ाव में अनेक संगठनों का सहयोग रहा। इस मौके पर आयोजित सभा को रतनलाल, गणेश चन्देलिया, ओमप्रकाश चांवरिया, गजराज चांवरिया, सुनील चांवरिया, मकसूद अहमद, राहुल जादूसंगत, निर्मला बलभेश चांवरिया , दीपक, जगदीश सोलंकी सहित अनेक वक्ताओं ने संबोधित किया।
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(Udaipur Kiran) / राजीव