—राजस्थान सूरजगढ़ बटालियन में युद्धाभ्यास के दौरान लगी थी गोली
वाराणसी,17 दिसम्बर (Udaipur Kiran) । सेना के शहीद जवान चंद्र प्रकाश पटेल का पार्थिव शरीर मंगलवार शाम को उनके पैतृक गांव कछवा नारायण पुर (मीरजापुर)लाया गया। शहीद का पार्थिव शरीर गांव में पहुंचते ही परिजनों में कोहराम मच गया। गांव के लोग भी गमगीन हो गए। पार्थिव शरीर पर श्रद्धासुमन अर्पित करने के लिए लोग भारी संख्या में शहीद के गांव पहुंच गए थे। वाराणसी और मीरजापुर जनपद के सीमा पर भी लोग शहीद को अन्तिम विदाई देने के लिए जुटे रहे। सेना के जवान जैसे ही पार्थिव शरीर लेकर गांव के सरहद पर पहुंचे लोगों ने शहीद चंद्र प्रकाश पटेल अमर रहे का नारा लगाया।
गौरतलब हो कि सेना के 99 वीं बटालियन में तैनात 31 वर्षीय चंद्र प्रकाश पटेल पुत्र राजनाथ पटेल की सोमवार को सुबह युद्धाभ्यास के दौरान गोली लगने से मौत हो गई। मूल रूप से मीरजापुर के कछवां थाना क्षेत्र के नरायनपुर गांव निवासी चंद्रप्रकाश राजस्थान के जयपुर जिले के सूरतगढ़ में युद्धाभ्यास(रीफ्रेसिंग ट्रेनिंग) में बटालियन के साथ थे। अभ्यास के बीच किसी सैनिक की रायफल से निकली गोली चंद्रप्रकाश को जा लगी । सेना के अस्पताल ले जाते समय जवान की मृत्यु हो गई। चंद्र प्रकाश पटेल के शहीद होने की जानकारी होते ही परिजनों में कोहराम मच गया। मंगलवार शाम को सेना के विशेष विमान से शहीद जवान का पार्थिव शरीर वाराणसी एयरपोर्ट (बाबतपुर)लाया गया। यहां से पार्थिव शरीर शहीद के घर पहुंचाया गया। शहीद चंद्रप्रकाश की पत्नी स्नेहा पटेल और ढाई साल का पुत्र अयांश सेना के मुख्यालय जयपुर में रहते हैं । सभी लोग पार्थिव शरीर के साथ घर आए। ग्रामीणों के अनुसार चंद्र प्रकाश सेना की 99वीं बटालियन में वर्ष-2010 में भर्ती हुए थे। चंद्रप्रकाश पटेल चार भाइयों में तीसरे नंबर के थे। चंद्रप्रकाश अक्टूबर माह में एक हफ्ते भर की छुट्टी लेकर गांव आए थे। फिर अपनी पत्नी और बेटे को लेकर गए थे। चंद्रप्रकाश पटेल चार भाइयों में तीसरे नंबर के थे।
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(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी