धमतरी, 15 सितंबर (Udaipur Kiran) । गणेशोत्सव पर शहर के अलग-अलग स्थानों पर बनाई गई नयनाभिराम झांकियों का आकर्षण देखते ही बन रहा है। दिन ढलते ही गणेश पंडालों में लोगों की भीड़ जुट रही है।
बालकला मंदिर गणेशोत्सव समिति आमापारा द्वारा पिछले 65 सालों से बप्पा की प्रतिमा विराजित कर नयनाभिराम झांकियां सजा सनातन धर्म के प्रति जागरुक किया जा रहा है। इसके तहत इस चार अयोध्या के रामलला की झांकी तैयार की गई है। बालकला मंदिर गणेशोत्सव समिति आमापारा के वरिष्ठ बिसेसर सटेल, प्रकाश शर्मा, नंदकिशोर शर्मा, देवेन्द्र यादव, विजय पटेल, लक्ष्मीनारायण नाग, दिलीप पटेल, राजू चौबे, शरद पटेल ने बताया कि वार्ड के मुख्य चौक में सन 1959 में गणेश चतुर्थी पर बप्पा मूर्ति विराजित करने की शुरुआत की गई थी। इसका उद्देश्य सनातन धर्म एवं संस्कृति के प्रति लोगों को जागरुक कर उनमें जागृति पैदा करना है। परंपरा का निर्वहन पिछले 65 सालों से हो रहा है। मूर्ति विराजित करने की शुरुआत समिति के आठ लोगों द्वारा की गई थी। आज इसकी संख्या बढ़कर करीब 30 हो गई है।
समिति के बिशेसर पटेल, सुल्ली गुप्ता, प्रहलाद पटेल, सूरज शर्मा, प्रमोद पटेल, नरेश, लखन पटेल, मुकेश कोसरिया, रवि शर्मा, पूरन नाग, अमर जसवानी, गोपाल, पंकज, रिंकु, ईश्वर, अम्मू, योगेन्द्र, मानव यादव, गोलू यादव ने बताया कि कई लोग गरीबी लाचारी एवं अन्य वजह से बड़े बड़े धाम नहीं जा पाते। इसे ध्यान में रख ऐसे लोगों को उक्त धाम का दर्शन झांकी के माध्यम से कराने की शुरुआत 1964 से की गई। समिति द्वारा लगातार झांकियां सजाई जा रही है। इसके तहत इस बार अयोध्या के रामलला की झांकी बनाई गई है। इसे देखने लोगों की भीड़ जुट रही है। इसके पूर्व रामेश्वरम के साथ बारह ज्योतिलिंग की झांकी बनाई गई थी। अब तक केदारनाथ, बद्रीनाथ, अमरनाथ, सीता स्वयंवर, द्रोपती चीरहरण, कालियानाग दमन, कृष्ण जन्म सहित अन्य झांकिया चर्चित एवं आकर्षण का केंद्र बनी रही।
पद्मनाथ स्वामी के स्वरूप में विराजे भगवान गणेश
विश्व कल्याण और सनातन धर्म के प्रचार को लेकर रिसाईपारा स्थित महादेव गणेशोत्सव समिति पिछले 10 सालों से भगवान गणेश के विभिन्न स्वरूपों की प्रतिमा स्थापित कर रहा है। इस साल भारत के केरल राज्य के तिरूअनंतपुरम में भगवान विष्णु को समर्पित विश्व प्रसिद्ध हिंदू मंदिर की झांकी सजाकर यहां पद्मनाथ स्वामी के स्वरूप में भगवान गणेश की आकर्षक प्रतिमा स्थापित की गई है। समिति के सदस्य नवीन सोनकर ने बताया कि गणेश पंडाल में भगवान गणेश पद्मनाभ स्वामी की तरह शेषनाग की सैय्या पर लेटे हुए हैं। पंडाल के अंदर का दृश्य क्षीर सागर विष्णु लोक की तरह है। रोज शाम को दर्शन करने के लिए यहां श्रद्धालुओं की भारी भीड़ लग रही है। समिति के सदस्य हैप्पी गौली, बॉबी सोनी, शुभांक शर्मा, ऋषभ शर्मा, प्रिंस गौली, निखिल आहुजा ने बताया कि सनातन धर्म के प्रचार के लिए यह झांकी बनाई गई है।
(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा