राष्ट्र रक्षा मंच के बैनर तले विभिन्न हिंदूवादी संगठन हुए एकत्रितफरीदाबाद, 10 दिसंबर (Udaipur Kiran) । बांग्लादेश में चार महीने से निरंतर हिंदुओं के नरसंहार के विरोध में भारत के सनातनी मंगलवार को सडक़ों पर उतर आए। धर्म की रक्षा-हिंदू नागरिकों की सुरक्षा हेतु कट्टरपंथियों को ललकारने के लिए हिंदुओं के गुस्से भरे सैलाब ने एकजुटता का स्पष्ट संदेश दिया। उन्होंने हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ बांग्लादेश की अंतरिम सरकार पर आक्रोश व्यक्त करते हुए विपक्ष के नेताओं, अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग और संयुक्त राष्ट्र संघ की चुप्पी पर खूब खरी खोटी सुनाकर कड़ी भत्र्सना की। अपने रोष प्रकट के दौरान प्रदर्शन में शामिल विभिन्न हिंदूवादी संगठन, सामाजिक-धार्मिक संगठन एवं आरडब्लूए के प्रतिनिधियों ने जमकर नारेबाजी की। उसके उपरांत लघु सचिवालय पहुंचे प्रतिनिधि मंडल ने राष्ट्रपति के नाम जिला उपायुक्त विक्रम सिंह के माध्यम से ज्ञापन सौंपा। सेक्टर 12 सेंट्रल पार्क में धरना स्थल का मन संचालन सीमा भारद्वाज ने किया। राष्ट्र रक्षा मंच के संयोजक बी आर भाटिया के नेतृत्व में शहर के विभिन्न हिंदूवादी संगठन, सामाजिक-धार्मिक संगठन एवं आरडब्लूए के हजारों प्रतिनिधि शामिल हुए। बीके चौक, बल्लभगढ़ एवं ग्रेटर फरीदाबाद की सोसाइटी से तीन अलग-अलग स्थानों से लोग अपने-अपने वाहनों पर सवार होकर रैली निकालते हुए बैनर-पोस्टर, होर्डिंग के साथ नारेबाजी करते हुए सेक्टर-12 सेंट्रल पार्क में एकत्रित हुए। प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए राष्ट्र रक्षा मंच के संयोजक बी.आर.भाटिया ने कहा कि आज मानवाधिकार दिवस है लेकिन पड़ौसी देश बांग्लादेश में हिंदुओ पर विगत चार महीने से अत्याचार, हत्या, निरंतर नरसंहार, महिलाओं का यौन शोषण हो रहा है लेकिन मानवाधिकार आयोग और संयुक्त राष्ट्र संघ सहित अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस मामले में पूरी तरह मौन धारण किए है। अभी भी समय है कट्टरपंथी सोच को कुचलने के लिए ठोस कार्रवाई करें अन्यथा परिणाम बहुत ही भिन्न होंगे। सनातनियों का आक्रोश दुनिया झेल नहीं पाएगी। भारत में आने वाले सभी अल्पसंख्यक हिंदू शरणार्थियों को संरक्षण और पुनर्वास प्रदान करने के लिए ठोस कदम उठाए। विरोध प्रदर्शन में राष्ट्र रक्षा मंच संयोजक बी.आर.भाटिया, स्वामी मुनी राज महाराज, महामंडलेश्वर भैया जी, आर्य समाज से गजराज नागर, सेवानिवृत कर्नल गोपाल सिंह, एस.एस.बांगा, अजय काक, ओ.पी.धामा, के अतिरिक्त काफी संख्या में मातृशक्ति और बच्चों सहित अन्य नागरिक गण उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) / -मनोज तोमर