– राहत व बचाव कार्यों में सरकार से हर संभव दिलाएंगे मदद
ग्वालियर, 12 सितंबर (Udaipur Kiran) । जिले के प्रभारी एवं जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने कहा कि अतिवर्षा से प्रभावित लोग चिंता न करें। सरकार आप सबके सहयोग के लिये पूरी ताकत के साथ खड़ी है। प्रभारी मंत्री सिलावट ग्वालियर जिले में लगातार हो रही बरसात की वजह से उत्पन्न हुई विपरीत परिस्थितियों पर लगातार नजर रख रहे हैं। उन्होंने गुरुवार को भी वरिष्ठ प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों से चर्चा कर राहत एवं बचाव कार्यों के बारे में जानकारी ली। उन्होंने निर्देश दिए कि अतिवृष्टि को ध्यान में रखकर पूरा एहतियात बरतें। व्यवस्थायें ऐसी रहें, जिससे बाढ़ या अधिक जलभराव की स्थिति बनने पर जरूरतमंदों तक तत्काल मदद पहुँच जाए।
प्रभारी मंत्री सिलावट ने ग्राम सेंकरा व खेड़ारायमल में पानी में घिरे लोगों को जिला प्रशासन एवं जनपद पंचायत की संयुक्त टीमों द्वारा सूझबूझ के साथ सुरक्षित रूप से निकालने के लिये सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को शाबाशी देकर उनका उत्साहवर्धन किया है। साथ ही भरोसा जताया है कि जिला प्रशासन की टीमें आगे भी इसी तरह लोगों की मदद करती रहेंगी।
मुख्यमंत्री से मंत्री सिलावट ने राहत एवं बचाव कार्यों को लेकर की चर्चा
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से जिले के प्रभारी तुलसीराम सिलावट ने गुरुवार को ग्वालियर जिले में जल भराव वाले क्षेत्रों में चलाए जा रहे राहत एवं बचाव कार्यों को लेकर चर्चा की। उन्होंने बताया कि ग्वालियर में अत्याधिक बारिश से निर्मित हुई जल भराव की स्थिति से निपटने के संबंध में उन्होंने गुरुवार को अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह व राहत आयुक्त सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से भी चर्चा की। साथ ही हैदराबाद से जल्द से जल्द हैलीकॉप्टर सहित एनडीआरएफ की टीम ग्वालियर भेजने के लिए भी बात की। उन्होंने कहा कि शासन स्तर से राहत-बचाव कार्यों के लिए हर संभव मदद उपलब्ध कराई जाएगी। हैदराबाद से तीन हैलीकॉप्टर ग्वालियर के लिए रवाना हो चुके हैं।
प्रभारी मंत्री सिलावट ने निर्देश दिए कि एसडीआरएफ सहित सभी राहत दल जल भराव प्रभावित क्षेत्रों में पूरी मुस्तैदी के साथ लोगों की मदद करें। साथ ही कहा कि जल भराव वाले क्षेत्रों में लोगों के लिए बनाए गए राहत शिविरों में पुख्ता व्यवस्थाएं रहें। जिले के प्रशासनिक अधिकारियों से चर्चा के दौरान प्रभारी मंत्री सिलावट ने यह भी निर्देश दिए कि बाढ़ नियंत्रण कक्ष में सहायता के लिये सूचना प्राप्त होने पर संबंधित तक तत्काल मदद पहुंचाने के प्रयास करें। साथ ही बाढ़ नियंत्रण कक्ष में शिकायतों को दर्ज कर उनका निराकरण किया जाए।
(Udaipur Kiran) तोमर