Jammu & Kashmir

जम्मू-कश्मीर में शांति, समृद्धि और बेहतर सुरक्षा स्थिति सेना और अन्य एजेंसियों के ठोस एवं समन्वित प्रयासों का परिणामः उत्तरी सेना कमांडर 

उत्तरी सेना कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल एम वी सुचिंद्र कुमार

उधमपुर, 25 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । उत्तरी सेना कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल एम वी सुचिंद्र कुमार ने शुक्रवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर में शांति, समृद्धि और बेहतर सुरक्षा स्थिति सेना और अन्य एजेंसियों के ठोस और समन्वित प्रयासों का परिणाम है।

कश्मीर में आतंकवादी हमलों में हाल ही में हुई वृद्धि पर उन्होंने कहा कि गुरुवार को श्रीनगर में एकीकृत मुख्यालय की बैठक में इस पर चर्चा की गई और एक रणनीति तैयार की गई। उन्होंने कहा कि हिंसा के चक्र को तोड़ने, आतंकी पारिस्थितिकी तंत्र को खत्म करने, युवाओं और महिलाओं को सशक्त बनाने, शिक्षा की सुविधा, खेलों को बढ़ावा देने और क्षेत्र की समृद्ध ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत को पुनर्जीवित करने पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है।

सेना कमांडर ने उधमपुर में संवाददाताओं से कहा कि इस रणनीति का मूल नागरिकों और सैनिकों के बीच संबंधों को मजबूत करना है जबकि राष्ट्रवादी और मुख्यधारा की कहानियों को युवाओं के बीच प्रोत्साहित करना है।

उन्होंने कहा कि सुरक्षाबल पिछले पांच वर्षों में जम्मू-कश्मीर में 720 आतंकवादियों को मार गिराने में सक्षम रहे हैं। उन्होंने कहा कि जहां तक बचे हुए आतंकवादियों का सवाल है, कई एजेंसियां लगातार आंकड़े अपडेट करती रहती हैं। ये 120 से 130 के बीच हैं और अब भर्ती के आंकड़े एकल अंकों में हैं और सबसे कम हैं।

उन्होंने कहा कि नियंत्रण रेखा पर घुसपैठ रोधी ग्रिड और अंदरूनी इलाकों में केंद्रित आतंकवाद विरोधी अभियानों ने केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में शांति और विकास का माहौल बनाया है। उन्होंने कहा कि हमारी सफलताओं से दुश्मन हताश हैं। उनका उद्देश्य आतंकवादियों को सीमा पार कराना है लेकिन हमने घुसपैठ के प्रयासों को विफल कर दिया है। उनका लक्ष्य लोगों में डर पैदा करना है लेकिन हम ऐसा नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि शांति, समृद्धि और बेहतर सुरक्षा स्थिति भारतीय सेना और अन्य सभी एजेंसियों और हितधारकों के ठोस और समन्वित प्रयासों के कारण है।

उन्होंने कहा कि भारतीय सेना केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लोगों को सुरक्षित माहौल प्रदान करने का प्रयास जारी रखेगी। जम्मू क्षेत्र में सुरक्षा स्थिति का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि वांछित परिणाम हासिल करने के लिए विभिन्न एजेंसियां अभियान चला रही हैं। उन्होंने कहा कि ग्राम रक्षा समूहों (वीडीजी) ने दशकों से दूरदराज के क्षेत्रों की सुरक्षा सुनिश्चित की है। वीडीजी सेटअप को मजबूत किया जा रहा है, 600 से अधिक वीडीजी स्थापित किए जा रहे हैं और उन्हें 10,000 आधुनिक हथियार प्रदान किए जा रहे हैं। उन्हें प्रशिक्षित भी किया जा रहा है।

कश्मीर में आतंकवादी हमलों के बारे में एक सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि गुरुवार को श्रीनगर में एकीकृत मुख्यालय की बैठक में इस पर चर्चा की गई और इन खतरों से निपटने के लिए रणनीति तैयार की गई। उन्होंने कहा कि एकीकृत सैन्य और सामाजिक आउटरीच प्रयासों के माध्यम से हम राष्ट्र निर्माण की व्यापक प्रक्रिया में योगदान दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना, नागरिक प्रशासन, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों, पुलिस और खुफिया एजेंसियों के बीच तालमेल से काफी लाभ हुआ है।

(Udaipur Kiran) / सुमन लता

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