श्रीनगर, 6 जून (Udaipur Kiran) । पीपुल्स डेमोक्रेटिक फ्रंट (पीडीएफ) के अध्यक्ष और पूर्व मंत्री हकीम मोहम्मद यासीन ने शुक्रवार को ईद-उल-अजहा के पावन अवसर पर जम्मू-कश्मीर के लोगों और मुस्लिम समुदाय को हार्दिक शुभकामनाएं दीं और पूरे क्षेत्र में शांति, समृद्धि और सांप्रदायिक सद्भाव की कामना की।
अपने संदेश में हकीम यासीन ने कहा कि ईद-उल-अजहा आध्यात्मिक महत्व का त्योहार है जो त्याग, करुणा और निस्वार्थता का प्रतीक है। उन्होंने लोगों से इन शाश्वत मूल्यों को बनाए रखने और जरूरतमंदों के साथ त्योहार की खुशियां बांटने का आग्रह किया। उन्होंने कहा ईद-उल-अजहा सिर्फ एक रस्म नहीं है, यह व्यक्तिगत हितों से ऊपर उठकर व्यापक भलाई की जरूरत की एक शक्तिशाली याद दिलाता है। हकीम यासीन ने इस बात पर जोर दिया कि ईद का असली सार सहानुभूति, एकता और मानवता की सेवा में निहित है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे जश्न के दौरान गरीबों, अनाथों और संघर्ष के पीड़ितों को याद रखें और हर संभव तरीके से उनकी मदद करें।
उन्होंने कहा यह हमारे पड़ोसियों तक पहुंचने, सामाजिक संबंधों को मजबूत करने और एक लचीले समुदाय के रूप में एक साथ खड़े होने का समय है। पीडीएफ अध्यक्ष ने यह भी उम्मीद जताई कि यह पवित्र अवसर राजनीतिक और सामाजिक नेताओं को पक्षपातपूर्ण विचारों से ऊपर उठने और एक शांतिपूर्ण और विकसित जम्मू-कश्मीर के लिए मिलकर काम करने के लिए प्रेरित करेगा। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र ने बहुत लंबे समय तक कष्ट झेले हैं और यह स्थायी शांति, समावेशी शासन और सार्थक सामाजिक-आर्थिक प्रगति का हकदार है। हकीम यासीन ने हिंसा, आर्थिक कठिनाइयों और आम लोगों की पीड़ा के अंत की प्रार्थना करते हुए कहा जब हम प्रार्थना में अपना सिर झुकाते हैं और बलिदान देते हैं तो आइए हम सभी के लिए न्यायपूर्ण, समान और समृद्ध भविष्य बनाने के अपने संकल्प को भी नवीनीकृत करें।
(Udaipur Kiran) / रमेश गुप्ता
