
जबलपुर, 2 मई (Udaipur Kiran) तहसीलदार-पटवारी पर फर्जी जमीन नामांतरण मामले में फिर दर्ज होने के बाद पटवारी संघ ने ई ओ डव्लू के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की है। पटवारी संघ और आर आई संघ आज रैली लेकर कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे। पटवारी संघ व आर आई संघ के पदाधिकारियों ने कलेक्टर दीपक सक्सेना से मुलाकात की।
पटवारी संघ की कार्यकारी अध्यक्ष मुक्ता चौकसे ने कहा कि कलेक्टर दीपक सक्सेना द्वारा पूरे प्रकरण में त्रिस्तरीय विभागीय जांच कराई गई थी। जांच में तहसीलदार और पटवारी को क्लीन चिट मिल गया है। अब सवाल यह उठता है कि बिना विभागीय जांच कराएं तहसीलदार संवर्ग जिन्हें न्यायाधीश संरक्षण प्राप्त होता है और पटवारी पर ईओडब्ल्यू ने एफआईआर दर्ज कर ली गई। हमारी शासन से मांग है कि कलेक्टर प्रतिवेदन के आधार पर एफआईआर खारिज की जाए। कलेक्टर ने जांच समिति की रिपोर्ट शासन को भी प्रेषित कर दी है।
जमीन के नामांतरण मामले में राज्य आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ इकाई, जबलपुर (EOW) एफआईआर दर्ज किए जाने का विरोध कर रहे पटवारी संघ को अब RI संघ का भी समर्थन मिल गया है। वहीं उक्त पूरे घटनाक्रम में सबसे महत्वपूर्ण अपडेट यह हुआ कि कलेक्टर द्वारा कराई गई त्रिस्तरीय जांच में संबंधित तहसीलदार और पटवारी को क्लीन चिट मिल गई है।
उल्लेखनीय है कि कूटरचित दस्तावेजों के माध्यम से नामांतरण करने के आरोप पर आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ इकाई, जबलपुर (ईओडब्ल्यू) ने गोरखपुर तहसीलदार भरत सोनी, शिखा तिवारी हल्का पटवारी गोरखपुर व अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं के तहत एफआईआ दर्ज कर ली है।
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(Udaipur Kiran) / विलोक पाठक
