ऊना, 15 जुलाई (Udaipur Kiran) । प्रदेश सरकार द्वारा राजस्व विभाग के पटवारियों व कानूनगो के कार्यक्षेत्र को स्टेट कैडर घोषित करते ही पटवारी एवं कानूनगो आग बबूला हो गए हैं।
सोमवार को तमाम पटवारियों ने प्रदेश सरकार के इस निर्णय के विरोध में आनलाइन कार्य बंद कर दिए आैर तमाम आधिकारिक व्हाटसएप ग्रुप एग्जिट कर अपने गुस्से को इजहार किया। यही नहीं बल्कि पटवारी एवं कानूनगो ने हिमाचल प्रदेश संयुक्त पटवारी एवं कानूनगो महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष सतीश चौधरी की अगुवाई में एसडीएम कार्यालय गगरेट के बाहर गेट मीटिंग कर प्रदेश सरकार के विरुद्ध जमकर विरोध किया और एसडीएम के माध्यम से प्रदेश सरकार को ज्ञापन भेजकर कर अपने निर्णय पर पुनर्विचार करने की मांग की।
सतीश चौधरी ने कहा कि अगर प्रदेश सरकार अपने निर्णय से पीछे नहीं हटी तो सत्रह जुलाई को कुल्लू में होने जा रही महासंघ की राज्य कार्यकारिणी की बैठक में आगामी रणनीति तय की जाएगी।
सोमवार को पटवारियों व कानूनगो द्वारा आनलाइन कार्य बंद कर देने से आम जनमानस को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इंदिरा गांधी प्यारी बहना सम्मान निधि योजना के तहत आवेदन करने वाली महिलाआें के फार्म आनलाइन तस्दीक न होने के चलते महिलाआें को उलटे पांव वापिस लौटना पड़ा। इसके अतिरिक्त कई आैर भी आनलाइन कार्य ठप रहे। हिमाचल प्रदेश संयुक्त पटवारी एवं कानूनगो महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष सतीश चौधरी ने कहा कि पहले ही बिना सुविधाआें के पटवारी व कानूनगो प्रदेश सरकार के तमाम कार्यों को निपटा रहे हैं। आज दिन तक न तो पटवारघरों में इंटरनेट की व्यवस्था हो पाई आैर न ही प्रिंटर की सुविधा मिल पाई। एेसी स्थिति में पटवारी अपने मोबाइल फोन के डाटा से ही जरूरी कार्य निपटा रहे थे लेकिन अब प्रदेश सरकार ने इस वर्ग के साथ अन्याय करते हुए जिला कैडर से एकदम इनका स्टेट कैडर कर दिया है। जब पटवारियों की नियुक्ति हुई तो उन्हें जिला कैडर दिया गया। पटवारी प्रदेश सरकार के हर कार्य को तनमन से अमलीजामा पहना रहे थे लेकिन शायद इस वर्ग को पदोन्नति से वंचित रखने के लिए ही स्टेट कैडर का निर्णय लिया गया है जो इस वर्ग को किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो पटवारी कलम छोड़ हड़ताल पर जाने से भी गुरेज नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि सत्रह जुलाई को महासंघ की प्रदेश कार्यकारिणी की कुल्लू में बैठक रखी गई है। इससे पहले अगर प्रदेश सरकार ने स्टेट कैडर का निर्णय वापिस नहीं लिया तो अगली रणनीति तय कर लड़ाई लड़ी जाएगी।
(Udaipur Kiran)
(Udaipur Kiran) / विकास कौंडल शुक्ला