
बीकानेर, 30 अप्रैल (Udaipur Kiran) । बीकानेर नगर स्थापना दिवस समारोह समिति द्वारा आज शहर के ऐतिहासिक स्थलों और स्मारकों के साथ विभिन्न चौराहा पर विभिन्न विषयों पर रंगोली के इतनी खूबसूरत चित्र खींचे कि ऐसा लगा कि पूरा शहर सात रंगों से दमक उठा हो। जहां हजार हवेलियों की बानगी देखने को मिल रही थी, वही 500 सालों का इतिहास भी आंखों के सामने सजीव रूप में दिखाई दे रहा था। यही नहीं पृथ्वी को बचाने, चाइनीस मांझे का उपयोग न करने और पधारो म्हारो देश की गूंज भी रंगोली में सुनाई दे रही थी। रंगोली बनाने वाले बच्चों ने गाय माता को राष्ट्रीय पशु का दर्जा देने की मांग भी चौराहे पर उकेरी गई। कल सुबह से ही 100 से अधिक कलाकार विभिन्न स्थानों पर अपने मन के भावों को रंगों के माध्यम से रंगोली बना रहे थे।
रंगोली प्रभारी रचना रंगा ने बताया कि बच्चों की विभिन्न टोलिया बनाई गई जिन्होंने अलग-अलग चौराहा और स्थान पर रंगोली बनाने का कार्य किया। उन्होंने बताया कि आकर्षण का केंद्र वैसे तो सभी स्थानों पर सभी ने अलग-अलग विषय चुनकर रंगोली बनाई लेकिन सूरसागर के पास और विश्वकर्मा चौराहे पर बनी रंगोली को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग रुके।
आयोजन के संयोजक अनिल जोशी ने बताया कि इसके अलावा इस अवसर पर उनका हौसला बढ़ाने के लिए लक्ष्मीनाथ मंदिर, दमानी चौक, परशुराम चौराहा सहित अन्य स्थानों पर भी भीड़ उमड़ रही थी। इसके अलावा रामपुरिया हवेली के पास भी 538 वर्षों के शुभकामनाओं को भी लोगों ने काफी सराहना दी।
गो सेवक देव किशन चांडक देवश्री ने बताया कि स्थापना दिवस पर बच्चों ने जो शहर के लिए अपनी भावना दिखाई है वह काबिले तारीफ है। सीताराम कछावा ने ने बताया कि ये हमारा सौभाग्य है कि अपने शहर के जन्मदिन के अवसर पर अपनी ओर से भावना व्यक्त कर रहे हैं। टीम प्रभारी योगेश रंगा और रवि ओझा के निर्देशन में लगभग सौ कलाकारों ने रंगोली बनाई।
संयोजक ज्योति प्रकाश रंगा ने बताया कि जल्द ही बीकानेर के विकास में योगदान देने वाले भामाशाहों, दानदाताओं एवं विशिष्ट जनों का विशेष सम्मान किया जाएगा। एक निर्णायक मंडल का गठन किया गया है जो उन लोगों का चयन करेगा जिन्होंने समाज में प्रेरणादायक कार्य किए हैं।
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(Udaipur Kiran) / राजीव
