Uttar Pradesh

राष्ट्रीय पर्यावरण युवा संसद में सोलह विश्वविद्यालयों से पहुंचे प्रतिभागी, धरती संरक्षण पर हुई बात

बोलते हुए वक्ता

लखनऊ, 12 दिसंबर (Udaipur Kiran) । लखनऊ विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय पर्यावरण युवा संसद (एनईआईपी) जोनल लेवल स्पीच कंपटीशन की शुरुआत हुई। इसमें 16 विश्वविद्यालयों के 200 प्रतिभागियों ने प्राकृतिक संशाधन प्रबंधन विषय पर अपने-अपने विचार रखे।

जन , जल, जंगल , जानवर और ज़मीन – प्रतिभागियों के साथ गहराई से प्रतिध्वनित हुए छात्रों ने सतत विकास, भारत में हाल की आपदाओं (वायनाड, केरल सहित), अपशिष्ट प्रबंधन और पर्यावरण के अनुकूल प्रथाओं के मुद्दों पर अपने विचारोत्तेजक विचार प्रस्तुत किए। उन्होंने धरती माता के संरक्षण और संरक्षण के लिए उत्साहपूर्वक वकालत की और भविष्य की पीढ़ियों के लिए पर्यावरण की सुरक्षा के महत्व पर जोर दिया।

निर्णायक मंडल में 16 सदस्य हैं और 16 उनके सहयोगी सदस्य द्वारा सर्वश्रेष्ठ विजेता प्रतिभागी का चयन किया जाना है। इस जोनल लेवल कंपटीशन को जोनल कोऑर्डिनेटर (पीएसजी) डॉक्टर हेमेंद्र कुमार सिंह तथा फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम (पीडीपी) के संयोजक श्री रमाकांत जी तथा संकायाध्यक्ष प्रोफेसर दिनेश कुमार के कुशल मार्गदर्शन में क्षेत्रीय स्तर प्रतियोगिता आयोजित की गई है।

कार्यक्रम की शुरुआत,जोनल कोआर्डिनेटर डॉ० हेमेंद्र कुमार सिंह ने प्रभारी विभागाध्यक्ष प्रो०अमिता वाजपेयी अतिथिगण का स्वागत एवं विषय प्रवर्तन करते हुए किया। इसके पश्चात विशेष अतिथि चीफ प्राक्टर प्रो०राकेश द्विवेदी,प्रो० रीना अग्रवाल द्वारा संयुक्त रूप से ज्ञान का दीप प्रज्वलित किया गया तथा ज्ञान की देवी माँ सरस्वती को पुष्प अर्पित किए गए।

इस प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल के रूप में प्रो०रीना अग्रवाल, डॉ० आरती सक्सेना, डॉ० पूजा खुराना, डॉ०प्रीति छाबरा, डॉ० जयंत मैनी, प्रोफेसर रोली मिश्रा, डॉ० नीतू सिंह, डॉ० फैजल एहसान हाशमी, डॉ० सुमित सिंह, डॉ० मंजुला उपाध्याय, डॉ० नेहा अग्रवाल शामिल हुए। कार्यक्रम के अंत में डॉ० हेमेंद्र कुमार सिंह द्वारा प्रतिभागियों, शिक्षक साथियों, निर्णायक मण्डल के सदस्यों एवं संकाय प्रमुख के प्रति आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया।

(Udaipur Kiran) / उपेन्द्र नाथ राय

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