जयपुर, 24 जुलाई (Udaipur Kiran) । राजस्थान विधान सभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने बुधवार को सदन में संसदीय कार्य मंत्री और नेता प्रतिपक्ष से कहा कि विधायकों का दो दिन का प्रशिक्षण कराये। सदन के सुव्यवस्थित संचालन के लिये विधायकों का प्रशिक्षण कराया जाना आवश्यक है ताकि नियमों, मर्यादाओं और परम्पराओं का निर्वहन हो सकें। उन्होंने कहा कि इस प्रशिक्षण में विधायकों की उपस्थिति को अनिवार्य करें। जो विधायक इस प्रशिक्षण में शामिल नहीं हो उनको बोलने का मौका न दिया जाने पर विचार किया जायें।
देवनानी ने कहा कि सदन की मर्यादाओं और नियमावली का विधायकों को कंठस्थ करायें, ताकि सदन का संचालन व्यवस्थित रूप से हो सकें। उन्होंने कहा कि सदन नियमों और परम्पराओं से चलता है। इस पवित्र सदन में जनता ने विधायकगण को चुनकर भेजा है। यहां की कुछ मर्यादाएं है, यहां के कुछ नियम है। जनता की हमसे बहुत कुछ अपेक्षाएं है। सभी विधायकगण को सदन में नियमों का पालन करना होगा।
देवनानी ने विधायकगण से कहा कि वे सभी राजस्थान विधान सभा के प्रक्रिया तथा कार्य संचालन संबंधी नियम के नियम 269 को पढ़ें और उन नियमों को अमल में लाये। इससे सदन की गरिमा बनेगी और आमजन में अच्छा संदेश जायेगा। उन्होंने कहा कि इस नियम को सदस्यगण पढकर आयेंगे तो सदन को चलाने में सुविधा रहेगी और सदन की गरिमा भी बनी रहेगी।
उन्होंने कहा कि सदस्यगण जो एक-दूसरे की सीट पर जाकर बातचीत करते है, उस पर भी स्वंय अपने आप पर रोक लगायें। किसी सदस्यगण को किसी मंत्रीगण से मिलना है, तो उनके कमरों में जाकर मिले। सदन की व्यवस्था को बनाये रखने में सभी सहयोग करें।
विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी की पहल पर सोलहवीं राजस्थान विधानसभा में नवनिर्वाचित विधायकों को विधानसभा में एक दिवस का प्रबोधन कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम में नवनिर्वाचित विधायकों को राजस्थान विधानसभा के प्रक्रिया एवं कार्य संचालन संबंधी विभिन्न विषयों पर विषय विषेज्ञों द्वारा जानकारी प्रदान करायी गई थी।
(Udaipur Kiran) / संदीप