जयपुर, 20 नवंबर (Udaipur Kiran) । आराध्य गोविंददेवजी मंदिर में भक्तों को हस्तलिखित 109 अरब से अधिक राम नाम महामंत्रों की परिक्रमा करने का अवसर मिलेगा। गोविंददेवजी मंदिर के सेवाधिकारी मानस गोस्वामी ने बताया कि मार्गशीर्ष माह में प्रद्युम्न कुमार गोस्वामी की स्मृति में राम नाम महामंत्र परिक्रमा महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। इस आयोजन का उद्देश्य अधिक से अधिक श्रद्धालुओं को परिक्रमा का लाभ दिलाना है।
मंदिर के सत्संग भवन में तीन दिसंबर से 15 दिसंबर तक आयोजित होने वाले राम नाम महामंत्र परिक्रमा महोत्सव का शुभारंभ मंदिर महंत अंजन कुमार गोस्वामी राम दरबार और गोविंददेवजी की पूजा-अर्चना से करेंगे। सुबह 5 बजे से शाम 7 बजे तक श्रद्धालु राम नाम पुस्तिकाओं की परिक्रमा कर सकेंगे। यह आयोजन तकनीक के दौर में युवा पीढ़ी तक मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम के महत्व को पहुंचाने के उद्देश्य से किया जा रहा है।
महंत अंजन कुमार गोस्वामी ने बताया कि राम नाम की परिक्रमा ब्रह्मांड में स्थित समस्त तीर्थों का पुण्य प्रदान करती है। जयपुर में यह आयोजन 13वीं बार हो रहा है। सबसे पहले 2005 में इसे शुरू किया गया था, तब राम नाम बैंक में 17 अरब हस्तलिखित राम नाम महामंत्र संग्रहित थे। अब यह संख्या बढ़कर 109 अरब हो गई है। राम नाम बैंक अजमेर की ओर से कई गाड़ियों से हस्तलिखित राम नाम महामंत्र की पुस्तिकाएं सत्संग भवन में व्यवस्थित रूप से रखी जाएंगी।
उल्लेखनीय है कि 1987 में मानव मंगल सेवा न्यास और राम नाम धन संग्रह बैंक, अजमेर के सहयोग से इस आयोजन की शुरुआत हुई थी। संस्थापक बाल कृष्ण पुरोहित ने बताया कि राम नाम धन संग्रह बैंक में अब 101 अरब से अधिक हस्तलिखित राम नाम महामंत्र संग्रहित हैं। देशभर में इस बैंक के 60 हजार से अधिक स्थायी सदस्य हैं। राम नाम लिखने वाले भक्तों द्वारा जमा पुस्तकों का रिकॉर्ड रखा जाता है। इस बार 15 हजार से अधिक पुस्तकें राम नाम लिखने के लिए वितरित की जाएंगी। हर सदस्य को 84 लाख बार राम नाम लिखने का संकल्प लेना होगा। अजमेर, उदयपुर, नाथद्वारा, भीलवाड़ा, झांसी, अहमदाबाद सहित कई शहरों में यह परिक्रमा महोत्सव आयोजित हो चुका है।
(Udaipur Kiran)