
पानीपत, 3 मई (Udaipur Kiran) । शनिवार को आई.बी. महाविद्यालय में सांस्कृतिक समिति व श्री सीतल दास जैन फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में कथक नृत्य कार्यशाला का आयोजन किया गया | इसमें विद्यार्थियों ने अपनी कला का भरपूर प्रदर्शन किया।
इस अवसर पर प्राचार्या डॉ. शशि प्रभा मलिक ने इस कार्यशाला का उद्देश्य बताते हुए कहा कि कथक नृत्य सीखने के अनेकों लाभ हैं। यह न केवल एक मनोरंजक गतिविधि है, बल्कि एक स्वस्थ जीवन शैली का भी महत्वपूर्ण हिस्सा है | यह नृत्य भी शिक्षा का एक अंग है | नृत्य शारीरिक, मानसिक और भावात्मक रूप से आपके जीवन को बेहतर बनाने के साथ आपको शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ बनाकर तनाव कम करने में मदद करता है। इसके अभ्यास से मस्तिष्क की एकाग्रता बढ़ती है और संपूर्ण व्यक्तित्व का विकास होता है | कथक नृत्य शाला के प्रायोजक श्री सीतल दास जैन फाउंडेशन के ट्रस्टी कपिल जैन ने बताया कि कत्थक नृत्य हमारी संस्कृति का अभिन्न अंग है। उन्होंने बच्चों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि बच्चे जब तक इस नृत्य कला में पारंगत नहीं होते तब तक सीखना जारी रख सकते हैं | उनकी संस्था हर समय जरूरतमंद बच्चों की मदद के लिए प्रयासरत है। इस समय महाविद्यालय में सिलाई वर्कशॉप भी चला रही है | समाज सेविका ऋतु जैन ने बताया कि कथक एक शास्त्रीय भारतीय नृत्य शैली है। कार्यशाला के सम्पन्न होने पर नृत्य सीखने वाले छात्रों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए | इस अवसर पर उप प्राचार्या डॉ. किरण मदान, प्रो. रेखा शर्मा, डॉ.नेहा पुनिया, डॉ. सुनीता ढांडा उपस्थित रही |
(Udaipur Kiran) / अनिल वर्मा
