Haryana

पानीपत:दो दिन में 10 युवतियों व तीन युवकाें समेत 13 लापता

पानीपत, 28 अप्रैल (Udaipur Kiran) । पानीपत में युवतियों के लापता होने का सिलसिला जारी है। दो दिनों के भीतर पानीपत के विभिन्न थानों में 10 युवतिययाें तथा तीन युवकों के लापता होने एफआईआर दर्ज हुई है। थाना बापौली में दी गई शिकायत में कुसुम देवी ने बताया की वे पानीपत किसी काम से गई थी। वापस आकर देखा तो उसकी सबसे छोटी लडकी काजल घर पर नहीं मिली। काफी तलाश के बाद भी कोई सुराग नहीं मिला। थाना चान्दनी बाग में दी शिकायत में अनुज कुमार ने बताया कि रविवार को उसकी पत्नी घर से चली गई। थाना चांदनी बाग में दी शिकायत में रवि ने बताया कि उसकी पत्नी अनतीमा व दस महीने की बेटी अनपना को लेकर कल घर से बिना बताये कही चली गई जिसकी उसने अपने स्तर पर काफी तलाश की जो नही मिली।

थाना चांदनी बाग में दी शिकायत में आरती ने बताया कि उसका पति अमित कुमार घर से बिना बताये कहीं चला गया है। काफी तलाश के बाद भी उसका पता नहीं चल सका। थाना सेक्टर 29 में दी शिकायत में तेजबीर ने बताया कि उसकी लड़की काजल कोर्ट के लिए गई थी जो आज तक घर वापिस नहीं आई।

थाना सेक्टर-29 में दी शिकायत में विकेश ने बताया कि उसकी पत्नी घर से बिना बताए चली गई,काफी तलाश के बाद भी उसका कही पता नहीं चला।

थाना किला में दी शिकायत में जशोक ने बताया कि उसकी सबसे छोटी लडकी संध्या घर से बिना बताये कही चली गई , जो अब तक घर पर वापिस नहीं आई है।

थाना सैक्टर-29 में दी शिकायत में विनेश ने बताया कि उसका लड़का सूरज उम्र बीबीए का छात्र है, वह कोचिंग लेने गया था। जो वापस नहीं लौटा l

थाना मॉडल टाउन में दी शिकायत में अजीत ने बताया कि उसकी बहन मीमांशा बिना किसी को बताए घर से चली। जिसका कोई सुराग नहीं लगा है।

थाना सैक्टर 13/17 में दी गई शिकायत में मेहन्द्रो ने बताया कि उसकी लडकी पूनम घर से बिना बताए कही चली गई। जिसको ढूंढने का काफी प्रयास किया नहीं मिली।

थाना तहसील कैंप में दी गई शिकायत में साेनी ने बताया कि उसकी लड़की राधिका घर से बिना बताए चली गई। परिजनाें ने काफी तलाश की लेकिन कहीं नही मिली। थाना तहसील कैंप में दी शिकायत में गीता ने बताया कि उसका पति रामधीरज बिना बताए घर से कहीं चला गया, हमने उसकी हर जगह तलाश की अभी तक कोई पता नहीं चल सका ।डीएसपी मुख्यालय सतीश वत्स ने साेमवार काे बताया कि पानीपत में लेबर तबका ज्यादा होने के कारण ज्यादातर मामलों में नाबालिग युवतियों में कानून की जानकारी न होना है । जो अपनी मर्जी से चली जाती है। पढ़ी-लिखी युवतियां बालिग होती होने के बाद ही ऐसा कदम उठाती हैं। पुलिस द्वारा उनकी बरामदगी के सवाल पर डीएसपी ने बोले कि ज्यादातर मामलों में वे कुछ दिनों बाद खुद ही घर वापस लौट आती हैं। इसका रिकार्ड पुलिस के पास नहीं है।

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(Udaipur Kiran) / अनिल वर्मा

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